UP Assembly Election 2022: योगी की तरह बतौर सीएम गोरखपुर की इस विधानसभा से चुनाव लड़े थे पूर्व मुख्यमंत्री त्रिभुवन नारायण, जानिए कैसा रहा था परिणाम

UP Assembly  Election 2022: योगी की तरह बतौर सीएम गोरखपुर की इस विधानसभा से चुनाव लड़े थे पूर्व मुख्यमंत्री त्रिभुवन नारायण, जानिए कैसा रहा था परिणाम
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उत्‍तर प्रदेश प्रधानाचार्य परिषद के प्रदेश महामंत्री व गोरखपुर निवासी रविंद्र त्रिपाठी ने कहा कि ‘‘योगी ने गोरखपुर में विकास को नया आयाम दिया है। उनके चुनाव जीतने से गोरखपुर में विकास की गंगा बहेगी और यही समय की मांग है।

गोरखपुर जिले में बतौर मुख्यमंत्री विधानसभा चुनाव लड़ने वाले योगी आदित्‍यनाथ (CM Yogi Aadityanath) पहले नहीं बल्कि दूसरे नेता होंगे। उनसे पहले, वर्ष 1971 में त्रिभुवन नारायण सिंह ने मुख्यमंत्री रहते हुए गोरखपुर जिले की मानीराम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। हालांकि उन्हें इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। अब इसी को लेकर एक तरफ जहां विपक्षी दल योगी के खिलाफ, उनके उम्मीदवार बनने के बाद तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। विपक्षी नेता मुख्यमंत्री के रूप में त्रिभुवन नारायण सिंह के चुनाव हारने का उदाहरण दे रहे हैं, वहीं गोरखपुर के आम निवासी बतौर मुख्यमंत्री योगी के चुनाव लड़ने से विकास की उम्मीद जता रहे हैं।

समाचार एजेंसी के अनुसार, उत्‍तर प्रदेश प्रधानाचार्य परिषद के प्रदेश महामंत्री व गोरखपुर निवासी रविंद्र त्रिपाठी ने कहा कि ''योगी ने गोरखपुर में विकास को नया आयाम दिया है। उनके चुनाव जीतने से गोरखपुर में विकास की गंगा बहेगी और यही समय की मांग है।'' गोरखपुर निवासी अवनीश कुमार राय पिंटू ने कहा ''योगी के पक्ष में एकतरफा माहौल है और गोरखपुर से उनके उम्मीदवार घोषित होने से जनता में खुशी की लहर है।'' योगी आदित्यनाथ को गोरखपुर सदर सीट से शनिवार को भारतीय जनता पार्टी का प्रत्याशी बनाये जाने के बाद राजनीतिक दलों की मिश्रित प्रतिक्रिया आई है।

अखिलेश यादव ने ट्विट कर योगी पर की टिप्पणी

समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने ट़्वीट (Akhilesh Yadav Tweet) कर कहा कि '' कभी कहा मथुरा -- कभी कहा अयोध्‍या -- और अब कह रहे हैं गोरखपुर -- जनता से पहले इनकी पार्टी ने ही इनको वापस घर भेज दिया है। दरअसल इनको टिकट मिली नहीं है, इनकी वापसी की टिकट कट गयी है।'' बीते दिनों भाजपा के राज्‍यसभा सदस्‍य हरनाथ सिंह यादव ने नेतृत्व को पत्र लिखकर योगी को मथुरा सीट से विधानसभा चुनाव लड़ाने की मांग की थी, जबकि मीडिया में योगी के अयोध्या से चुनाव लड़ने की अटकलें थीं। गोरखपुर से योगी के उम्मीदवार घोषित होने और विपक्षी दलों की प्रतिक्रिया के बीच रविवार को भाजपा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट़्वीट किया ''हमारे मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ गोरखपुर से चुनाव लड़ रहे हैं। बुआ (मायावती), बबुआ (अखिलेश यादव) और मिसेज वाद्रा जी (प्रियंका गांधी वाद्रा) को बताना चाहिए कि आप किस किस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं या हार के डर से चुनाव नहीं लड़ेंगे।''

भाजपा के गोरखपुर क्षेत्र के वरिष्ठ नेता अजय तिवारी ने कहा ''योगी के मुख्यमंत्री रहने से माफिया, अपराधी और भ्रष्‍टाचारी कांपते थे। अब उनके उम्मीदवार घोषित होने से विपक्षी दलों के होश उड़ गये हैं क्योंकि अभी तक उनमें से एक भी नेता तय नहीं कर पाया कि वह कहां से चुनाव लड़ेगा। कांग्रेस के फ्रंटल संगठन इंडियन ओवरसीज कांग्रेस की उत्‍तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष कैप्टन बंशीधर मिश्र ने सोमवार को भाषा से बातचीत में कहा ''गोरखपुर से चार बार के विधायक डॉक्टर राधा मोहन दास अग्रवाल का टिकट काटकर भाजपा ने योगी को टिकट दिया है। यह संकेत अच्‍छा नहीं है । यह अंतर्कलह का नतीजा है।

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