UP Flood: सीएम योगी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया हवाई सर्वेक्षण, बोले- पीड़ितों को मिलेगी हरसंभव मदद

उत्तर प्रदेश में नदियों का जलस्तर बढ़ने और लगातार बारिश से कई जिले बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बाढ़ के हालातों का जायजा लेने के लिए स्थलीय निरीक्षण कर रहे हैं। इसी कड़ी में सीएम योगी ने आज गोरखपुर और महाराजगंज ज़िले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। साथ ही उन्होंने बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री दी और भरोसा दिलाया कि उन्हें हरसंभव मदद मुहैया कराई जाएगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के सहजनवा में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर पीड़ित परिवारों से मुलाकात करके राहत सामग्री वितरित की। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि यह समय चुनौती भरा है। सरकार आपके साथ हैं और हरंभव मदद मुहैया कराई जाएगी। सीएम ने कैंपियरगंज में भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर राहत सामग्री वितरित की। यहां उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने इस बाढ़ की पीड़ा को झेला है, उनके प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए हम शासन स्तर से भरपूर सहयोग का आश्वासन देते हैं।
#WATCH उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर और महाराजगंज ज़िले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। pic.twitter.com/vul3nk7wkM
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 14, 2022
जानमाल की हानि पर दी जाएगी मुआवजा राशि
सीएम योगी ने महाराजगंज के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में भी पीड़ित लोगों से मुलाकात की। उन्होंने पूछा कि राहत सामग्री को लेकर अगर परेशानी आ रही है तो बताएं। सीएम ने कहा कि बाढ़ प्रभावित लोगों को मदद करेंगे। अगर आवास क्षतिग्रस्त होता है तो 1.20 लाख रुपये की मुआवजा राशि दी जाएगी। दुर्भाग्य से अगर आपदा से किसी की मृत्यु होती है तो उनके परिवार को चार लाख रुपये और अंग भंग होने की स्थिति में ढाई लाख रुपये तक की मदद उसके परिवार को दी जाएगी।
बता दें कि प्रदेश के कई जिलों को हर बार बारिश के चलते लोगों को बाढ़ का सामना करना पड़ता है। इससे जहां संपत्ति को नुकसान पहुंचता है तो वहीं कई लोगों की जान चली जाती है। यही नहीं बाढ़ से पशुओं की भी मौत होती है। सीएम योगी बाढ़ की स्थिति पर काबू पाने के लिए प्रयासरत हैं। उन्होंने मॉनसून शुरू होने से पहले बाढ़ प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों को चेताया था कि ऐन वक्त पर कार्य शुरू होने से बाढ़ की स्थिति बनती है। अगर दिसंबर-जनवरी महीने से यह कार्य शुरू हों तो मॉनसून आने तक सभी व्यवस्थाएं पुख्ता हो जाएंगी, जिससे बाढ़ पर नियंत्रण पाना संभव हो पाएगा। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी थी कि अगली बार इस तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
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