Religious Conversion : सीएम योगी ने धर्मांतरण मामले का लिया संज्ञान, आरोपियों पर लगेगा एनएसए, संपत्ति भी होगी जब्त

Religious Conversion : सीएम योगी ने धर्मांतरण मामले का लिया संज्ञान, आरोपियों पर लगेगा एनएसए, संपत्ति भी होगी जब्त
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यूपी एटीएस ने नोएडा से दो मौलानाओं को गिरफ्तार किया है, जो कि पिछले करीब दो साल से धर्मांतरण रैकेट चला रहे थे। इन पर अभी तक एक हजार से अधिक लोगों का धर्मांतरण कराने का आरोप है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोएडा में धर्मांतरण कराने वाले रैकेट का खुलासा होने के बाद सख्त फैसला किया है। इसके तहत धर्मांतरण कराने वाले आरोपियों के खिलाफ एनएसए लगाया जाएगा, वहीं उनकी संपत्ति भी जब्त होगी। उधर, धर्मांतरण मामले मे गिरफ्तार आरोपियों की कस्टडी रिमांड पर आज अदालत में भी सुनवाई होनी है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि एजेंसियां इस मामले की तह में जाएं और जो भी इसमें शामिल पाया जाए, उन पर एनएसए लगाया जाए। साथ ही उनकी संपत्ति को भी सीज किया जाए। बता दें कि यूपी एटीएस ने नोएडा से दो मौलानाओं को गिरफ्तार किया है, जो कि पिछले करीब दो साल से धर्मांतरण रैकेट चला रहे थे। पहले कहा जा रहा था कि इन्होंने करीब 100 लोगों का धर्मांतरण कराया है, लेकिन सीएम ऑफिस से आई रिपोर्ट में पता चला है कि यह आंकड़ा 100 नहीं, बल्कि एक हजार से ऊपर का है। यही कारण है कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मामले की विस्तृत और गहन जांच के आदेश दिए हैं।

एटीएस को प्राथमिक जांच से पता चला है कि धर्मांतरण रैकेट चलाने वाले आरोपियों के निशाने पर मूक-बधिर बच्चों और महिलाओं के साथ ही ऐसे लोग होते थे, जो कि आर्थिक रूप से कमजोर हैं। एटीएस को इस मामले में विदेशी फंडिंग होने के भी सबूत मिले हैं।

यूपी एटीएस ने इस मामले में आरोपी मोहम्मद उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी को गिरफ्तार किया है। सोमवार को दोनों को लखनऊ में अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सत्यवीर सिंह की कोर्ट में पेश किया गया था, जहां से उन्हें तीन जुलाई तक के लिए जेल भेज दिया था। पुलिस ने आरोपियों के कस्टडी रिमांड के लिए अर्जी दाखिल की है, जिस पर आज अदालत में सुनवाई होनी है।

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