CM Yogi: सीएम योगी ने बाढ़ प्रबंधन कार्यक्रम की समीक्षा बैठक ली, अधिकारियों को दिया गुरुमंत्र

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में मानसून (Monsoon) की बारिश (Rain) होते ही कई जिले बाढ़ (Flood) की चपेट में आ जाते हैं। इस बार भी मानसून आने में केवल कुछ ही समय बाकी रह गया है। ऐसे में सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (Video Conferencing) के माध्यम से सभी जिलाधिकारियों (District Magistrates) के साथ बैठक करके बाढ़ प्रबंधन कार्यक्रम (Flood Management Programme) की समीक्षा की। इस दौरान अधिकारियों ने बाढ़ से निपटने का गुरुमंत्र दिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मानसून आते ही कई जिलों में लोगों को हर बार बाढ़ की समस्या का सामना करना पड़ता है। परेशानी यह है कि बाढ़ से बचाव के उपाय जून माह में शुरू होते हैं, जो पूरे नहीं हो पाते। अगर बाढ़ नियंत्रण के कार्यक्रमों पर नवंबर-दिसंबर माह से ही शुरू हो जाए तो बाढ़ की समस्या पर काफी हद तक नियंत्रण पा लिया जाएगा और जानमाल की हानि नहीं होगी।
सीएम योगी ने कहा कि बाढ़ या किसी अन्य आपदा की स्थिति में प्रशिक्षित मैनपावर हर जनपद में होनी चाहिए। किसी भी आपदा से पूरी तरह बचाव हेतु जनपद अपने स्तर पर स्वावलम्बी कैसे बने, इस पर हमारा फोकस होना चाहिए। राज्य स्तर पर SDMA, NDRF और SDRF की तीन यूनिट्स कार्य कर रही हैं। इसी भांति प्रत्येक जनपद में जिला आपदा प्रबंधन योजना तैयार करके उसके प्रशिक्षण के कार्यक्रम को भी आगे बढ़ाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मानसून की पहली बारिश प्रदेश के कई जनपदों में हुई है। मुझे उम्मीद है कि संभावित परिस्थितियों को देखते हुए अधिकारियों ने उससे निपटने हेतु आवश्यक तैयारी भी कर ली होगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पूरी क्षमता के साथ बाढ़ प्रबंधन कार्यक्रम में जुटे रहें।
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