15 साल पूर्व सामने आए खाद्यान्न घोटाले में पूर्व ब्लॉक प्रमुख समेत तीन गिरफ्तार, अब सचिव पर शिकंजा कसने की तैयारी में अपराध शाखा टीम

15 साल पूर्व सामने आए खाद्यान्न घोटाले में पूर्व ब्लॉक प्रमुख समेत तीन गिरफ्तार, अब सचिव पर शिकंजा कसने की तैयारी में अपराध शाखा टीम
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बलिया जिले में केंद्र सरकार की सम्पूर्ण ग्रामीण रोजगार योजना में हुए कथित घोटाले के मामले में वर्ष 2006 में जिले के विभिन्न थानों में कुल 6,055 लोगों के विरुद्ध 51 मामले दर्ज हुए थे।

उत्तर प्रदेश के बलिया में पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने यहां हुए खाद्यान्न घोटाले के सिलसिले में मनियर के पूर्व ब्लॉक प्रमुख प्रभुनाथ पटेल, तत्कालीन ग्राम पंचायत विकास अधिकारी तुलसी राम और तत्कालीन कोटेदार ऋषभदेव सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) के निरीक्षक कृष्ण मुरारी मिश्र ने शनिवार को बताया कि बलिया जिले में केंद्र सरकार की सम्पूर्ण ग्रामीण रोजगार योजना में हुए कथित घोटाले के मामले में वर्ष 2006 में जिले के विभिन्न थानों में कुल 6,055 लोगों के विरुद्ध 51 मामले दर्ज हुए थे।

तीन साल तक हुआ घोटाला

निरीक्षक कृष्ण मुरारी मिश्र ने बताया कि यह घोटाला वर्ष 2002 से 2005 के बीच हुआ था। इसमें बलिया जिले के मनियर ब्लॉक में लगभग 50 लाख रुपये के गबन का मामला सामने आने पर आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने मनियर थाना क्षेत्र से मनियर के पूर्व ब्लॉक प्रमुख प्रभुनाथ पटेल, तत्कालीन ग्राम पंचायत विकास अधिकारी तुलसी राम और तत्कालीन कोटेदार ऋषभदेव सिंह को शुक्रवार को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा के तहत धोखाधड़ी, दस्तावेजों में हेराफेरी, आपराधिक साजिश तथा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13 (2) समेत कई सुसंगत धाराओं में कार्रवाई की है। उन्होंने बताया कि खाद्यान्न घोटाले के मामले में आरोपी प्रदेश शासन के एक सचिव की गिरफ्तारी के लिये सरकार से अभियोजन की स्वीकृति देने का अनुरोध किया गया है। इस मामले में अन्य आरोपी अवकाश प्राप्त कई अधिकारियों की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है।

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