Israel-Palestine War: भारत ने फिलिस्तीन को भेजी मदद, जानें कब-कब India दुनिया के लिए बना मसीहा

Israel-Palestine Conflict: कोरोना काल हो या उससे पहले का दौर भारत ने हमेशा से दूसरों की मदद करने में मिसाल कायम की है। भारत ने कोरोना संकट के दौरान भी तकरीबन 150 देशों को मदद पहुंचाई थी। इसके बाद अब इजराइल और हमास के युद्घ के बीच भारत ने फिलिस्तीनी लोगों के लिए मदद का हाथ आगे बढ़ाया है और मानवीय मदद भेजी है। भारतीय वायुसेना का C-17 ग्लोबमास्टर विमान राहत सामग्री लेकर मिस्र के अल-अरिश इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गया है।
भारत ने फिलिस्तीनी लोगों की मदद के लिए आगे बढ़ाया हाथ
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि फिलिस्तीन के लोगों के लिए लगभग 6.5 टन चिकित्सा सहायता और 32 टन आपदा राहत सामग्री लेकर आईएएफ सी-17 उड़ान मिस्र में एल-अरिश एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गया है। ये सामान मिस्र और गाजा के बीच राफा सीमा पार से फिलिस्तीन भेजा जाएगा। जब से गाजा पट्टी पर इजराइल ने हमला किया, वहां के आम जनजीवन पर बहुत गहरा असर पड़ा है। लोगों को खाना-पानी, दवाई और जरूरी सामानों के लिए सकंट का सामना करना पड़ रहा है। भारत की तरफ से जो सामान भेजा गया है उसमें दवाएं, तंबू, स्लीपिंग बैग, तिरपाल और अन्य जरूरी सामान मौजूद हैं।
#WATCH | Hindon Air Base, Ghaziabad (Uttar Pradesh) | An IAF C-17 flight carrying nearly 6.5 tonnes of medical aid and 32 tonnes of disaster relief material for the people of Palestine departs for El-Arish airport in Egypt.
— ANI (@ANI) October 22, 2023
The material includes essential life-saving medicines,… pic.twitter.com/aAlNbhEJ9L
फिलिस्तीन को भारत की मदद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बात करने के तीन दिन बाद आई है। गुरुवार को बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत फिलिस्तीनियों को मदद भेजना जारी रखेगा। उन्होंने गाजा पट्टी में एक अस्पताल में बमबारी के कारण नागरिकों की मौत पर भी अपनी संवेदना व्यक्त की थी। उन्होंने क्षेत्र में आतंकवाद, हिंसा और बिगड़ती सुरक्षा स्थिति पर चिंता जाहिर की थी।
कोरोना के बाद से भारत ने किन देशों की मदद की
भारत ने कोविड संकट के दौरान कीमतों में बढ़ोतरी किए बिना और दवाओं की गुणवत्ता से समझौता किए बिना 150 देशों को दवाएं भेजीं थीं। हालांकि, इसके बाद भी भारत दूसरे देशों की मदद के लिए हमेशा से तत्पर रहा है। पिछले साल नेपाल में बाढ़ और भूस्खलन से भारी तबाही मची हुई थी। इस दौरान पीड़ित लोगों की सहायता के लिए भारत ने राहत सामग्री में तीन हजार टेंट और 10 मोटरबोट भेजीं थीं।
वहीं, अफगानिस्तान में भूकंप से हर तरफ तबाही का मंजर देखने को मिला था। इसमें हजारों लोगों की जान चली गई थी। भारत की तरफ से इस दौरान, फूड्स, पानी की बोतलें, दवाइयां, कपड़े, टेंट, स्लिपिंग बैग्स, कंबल, स्लिपिंग मैट भेजे गए थे। इस साल फरवरी माह में तुर्की और सीरिया के लोग भूकंप की विभिषिका को झेल रहे थे। तब भारत ने ऑपरेशन दोस्त चलाया था। भारत ने भूकंप के अगले दिन ही तुर्की में राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरफ की दो टीमों को खोज और बचाव कार्य के लिए भेजा था।
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