हाथरस गैंगरेप पीड़िता की मौत के बाद जिगनेश ने की भारत बंद के ऐलान की मांग, विपक्षों के सवालों के बीच एडीजी का बयान

हाथरस गैंगरेप पीड़िता की मौत के बाद पक्ष और विपक्ष के बीच सियासी जंग छिड़ गई है। भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद दरिंदों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है तो एडी़जी इस मामले में पुलिस का पक्ष लेते हुए नजर आए हैं।
एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने कहा कि यह घटना 14 सितंबर सुबह 9.30 हुई। इसके बाद पीड़िता अपने भाई के साथ आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाने थाना पहुंची थी। पीड़िता के हालात को देखते हुए उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
परिजनों ने कहा मामला बनता जा रहा सियासी मुद्दा
हालत गंभीर होने के चलते 22 सितंबर को पीड़िता का बयान दर्ज किया गया। इस दौरान पीड़िता ने अपने साथ गैंगरेप होने की बात कही। बयान के तहत वारदात में शामिल चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसलिए पुलिस की ओर से किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरती गई है।
वहीं, इस मामले में पुलिस की ओर से कहा गया कि पीड़िता के साथ गैंगरेप नहीं हुई थी। इस पर पीड़िता के परिजनों ने कहा कि यह मामला आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करने के बजाय सियासी मुद्दा बनता जा रहा है।
विपक्षों के द्वारा भारत बंद का हो ऐलान
इस मामले में विधायक जिग्नेश मेवाणी ने कहा कि तमाम विपक्षी दलों और दलित संगठनों द्वारा भारत बंध का एलान हो। उत्तरप्रदेश के हाथरस में बलात्कार का शिकार बनी 19 साल की बेटी ने आज दिल्ली के अस्पताल में दम तोड़ दिया।
बलात्कारियों ने यह बच्ची की जुबां काट दी ताकि वह अपने साथ हुए अत्याचार के बारे में कुछ बोल न पाए। शर्मनाक।
चंद्रशेखर पीड़िता परिजनों से की मुलाकात
उधर, घटना के बाद भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद आज पीड़िता के परिजनों से मिलने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल गए थे। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इससे पहले भी वह पीड़िता से मिलने अस्पताल गए हुए थे।
सीएम योगी से इस्तीफे की मांग
दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल में मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने योगी सरकार से इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश में जंगल राज, सीएम योगी दें इस्तीफ़ा। केंद्र सरकार से मांग योगी सरकार को भंग करें। हाथरस बलात्कर मामले की सीबीआई जांच हो।
साथ ही पीड़ित परिवार को कड़ी सुरक्षा के साथ-साथ 1 करोड़ का मुआवजा दिया जाए। 2 महीने के भीतर चार्जशीट फ़ाइल हो और 6 महीने में फांसी की सजा।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा 8 दिन तक कोई केस दर्ज नहीं
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत का कहना है कि पुलिस ने 8 दिन तक गैंगरेप मामले में केस दर्ज नहीं किया। मामला मीडिया में चर्चित होने के बाद पुलिस की नींद खुली। इसके बाद भी आरोपी के खिलाफ अब तक एनएसए क्यों नहीं लगाया गया।
उन्नाव, हरदोई, बाराबंकी यहां ऐसे ही मामलों की लंबी सूची है। जहां पीड़ितों को धमकी दी जाती है। दो साल पुराना डेटा दिखाता है कि यूपी देश की अपराध राजधानी है। स्मृति ईरानी आज चुप क्यों हैं? हम पीड़िता और उसके परिवार के लिए न्याय की मांग करते हैं।
मामले का स्पीडी ट्रायल होना चाहिए।
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