UP: बरेली में आला हज़रत के उर्स में अकीदतमंदों की भारी भीड़, टूटा सालों का रिकॉर्ड

UP: बरेली में आला हज़रत के उर्स में अकीदतमंदों की भारी भीड़, टूटा सालों का रिकॉर्ड
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कोरोना के बाद हो रहे आला हज़रत के उर्स में भारी जनसैलाब उमड़ रहा है। कोरोना की वजह से दो साल उर्स का आयोजन नहीं हो सका था।

यूपी (UP) के बरेली (Bareilly) में इस्लामिया ग्राउंड, मथुरापुर स्थित जामितुर्रजा मदरसे और बाकरगंज मदरसे में आला हजरात के उर्स (Aala Hazrat Urs) में भारी जनसैलाब नजर आया। गलियों में आला हज़रत के दीवानों की भीड़ उमड़ती नजर आई। पिछले तीन सालों से कोरोना की वजह से आला हजरत के उर्स की रौनक चली गई थी। इस बार सारी पाबंदियां हट चुकी हैं तो फिर से पहले की ही तरह चमक वापस आ गई। इस बात का अंदाजा पहले ही लगाया जा रहा था कि उर्स में भारी जनसैलाब टूटेगा।

गुरुवार रात से ही अकीदतमंदों की भारी भीड़ जुटना शुरू हो गई। शुक्रवार की सुबह तक सारी सड़कें भीड़ से सटी नज़र आईं। भीड़ को देखते हुए पर्याप्त पुलिस बल भी जगह जगह तैनात है। उर्स वाली जगह पर उलेमा (ulema) तकरीर कर रहे हैं, जिससे सुनने के लिए लाखों की भीड़ उमड़ रही है। आज दोपहर 2 बजकर 38 मिनट पर कुल की रस्म अदा की गई।

गुरुवार को परचम कुशाई की रस्म के साथ बरेली में इमाम अहमद रजा खां फाजिले बरेलवी का 104वां तीन रोजा उर्स-ए-रजवी का आगाज हो गया। आगाज के साथ ही रजा के दीवानों ने सड़कों पर रजवी परचम लेकर जिंदाबाद के नारे लगाये। हर साल ये कार्यक्रम तीन दिन का होता है, जिसमें देश-विदेश से जायरीन आते हैं। यह सुन्नी-बरेलवी मुसलमानों के सबसे बड़े केंद्र बरेली में होता है। इस साल इसका आगाज बुधवार को हो गया था, जोकि शुक्रवार तक चलेगा। साल 2020 और 2021 में देशभर में कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन की वजह से सभी बड़े आयोजनों पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया था। ऐसे में दो साल तक उर्स का आयोजन भी नहीं हो पाया था। अब इस साल दो सालों के बाद हो रहे उर्स-ए-रजवी में देश-दुनिया से लाखों अकीदतमंद हाजिरी लगवाने बरेली पहुंचे हैं।

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