IMS कॉलेज में जर्मन एवं जापानी भाषा पर कार्यक्रम, नई भाषाओं की संस्कृति को लेकर की गई बात

IMS कॉलेज में जर्मन एवं जापानी भाषा पर कार्यक्रम, नई भाषाओं की संस्कृति को लेकर की गई बात
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नोएडा। इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज आईएमएस नोएडा में जर्मन एवं जापानी भाषा पर सेमिनार का आयोजन किया गया। पढ़िए पूरी खबर...

नोएडा। इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज आईएमएस नोएडा में जर्मन एवं जापानी भाषा पर सेमिनार का आयोजन हुआ। बुधवार को सेक्टर 62 स्थित संस्थान परिसर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान स्किल्स रीडिस्कवरी के को-फाउंडर लोकेश माहेश्वरी, एसोसिएट पार्टनर प्राची रत्नाकर जाधव एवं शिल्पा दास ग्रोवर ने अपने विचार प्रकट किए। वहीं कार्यक्रम के दौरान आईएमएस की डीन मेजर नुपुर गुप्ता के साथ संस्थान के शिक्षक एवं छात्रों ने अपनी मौजूदगी दर्ज करायी।

जर्मन एवं जापानी भाषा को लेकर सेमिनार

संस्थान के जनसंचार विभाग के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए आईएमएस की डीन मेजर नुपुर गुप्ता ने कहा कि भाषा की प्रवीणता आपको रोजगार के नए अवसर प्रदान करती है। वैश्विक प्रतिस्पर्धा में सफलता पाने के लिए आपको विदेशी भाषा की दक्षता जरूरी है। उन्होने कहा कि जर्मनी एवं जापान में कुशल कर्मचारियों की कमी है, जो दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। आप सभी वहां की संस्कृति एवं भाषा की दक्षता हासिल कर रोजगार के अवसरों का लाभ उठा सकते हैं।

कार्यक्रम के दौरान लोकेश महेश्वरी ने अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि किसी भी नई भाषाओं की विशेषज्ञता आपको नए संस्कृति से जोड़ने में मदद करता है। साथ ही आपके कार्यक्षेत्र को वैश्विक स्तर पर सुदृढ़ बनाता है। वहीं कार्यक्रम के दौरान प्राची रत्नाकर जाधव ने कहा कि भारत के लिए जापान सिर्फ सूर्योदय का देश नहीं वरन रोजगार के लिए उभरते हुए अवसर का देश है। आकड़ों के माध्यम से उन्होंने बताया कि हाल में ही भारत ने जापान के साथ एमओयू साइन किया है, जिसके बाद भारतीयों के लिए जापान पहली वरीयता वाला देश है। कार्यक्रम के दौरान शिल्पा दास ग्रोवर ने बताया कि आनेवाले समय में जापान में भारतीयों के 3 लाख नए रोजगार सृजन होंगे

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