आरएलडी का अध्यक्ष बनते ही जयंत चौधरी ने दिखाए तेवर, किसान आंदोलन पर कही बड़ी बात

आरएलडी का अध्यक्ष बनते ही जयंत चौधरी ने दिखाए तेवर, किसान आंदोलन पर कही बड़ी बात
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जयंत चौधरी के पिता चौधरी अजीत सिंह की छह मई को कोरोना संक्रमण के चलते मृत्यु हो गई थी। इसके बाद से आरएलडी अध्यक्ष का पद खाली था।

पश्चिम उत्तर प्रदेश में खासा प्रभाव रखने वाली राष्ट्रीय लोकदल (RLD)के मुखिया रहे चौधरी अजित सिंह के निधन के बाद उनके बेटे जयंत चौधरी पार्टी की बागडोर संभालेंगे। आज राष्ट्रीय कार्यकारिणी की वर्चुअली बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में जयंत चौधरी के नाम पर मुहर लगा दी गई। जयंत चौधरी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने के बाद ही अपने तेवर दिखा दिए और 26 मई को प्रस्तावित किसान आंदोलन को पार्टी की ओर से समर्थन का ऐलान कर दिया।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जयंत चौधरी शुरू से ही किसान आंदोलन को लेकर लगातार सक्रिय हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान आंदोलन का सबसे ज्यादा प्रभाव देखा गया है। जयंत चौधरी पहले नेताओं में शुमार हैं, जिन्होंने किसान आंदोलन को लेकर राजनीतिक दलों की ओर से किए जानी वाली महापंचायतों का सबसे पहले आगाज किया था। उनके बाद सपा और कांग्रेस की ओर से भी महापंचायतों का आयोजन किया जाने लगा, जिसमें भारी भीड़ भी देखी गईं।

प्रदेश में कोरोना का कहर बढ़ने के बाद किसान महापंचायतों के आयोजन का सिलसिला थम गया था, लेकिन आज आरएलडी का राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्वाचित होते ही जयंत चौधरी ने संकेत दे दिया कि यह मुद्दा उनकी प्राथमिकता में है। उन्होंने वर्चुअली बैठक के दौरान ही आरएलडी की ओर से किसानों के 26 मई को प्रस्तावित देशव्यापी आंदोलन को समर्थन का ऐलान दिया। साथ ही कहा कि पार्टी किसानों की हर लड़ाई में साथ खड़ी रहेगी।

अजीत सिंह की हुई थी कोरोना से मृत्यु

जयंत चौधरी के पिता चौधरी अजीत सिंह की छह मई को कोरोना संक्रमण के चलते मृत्यु हो गई थी। इसके बाद से आरएलडी अध्यक्ष का पद खाली था। चौधरी अजित सिंह ने 2014 में बागपत सीट से चुनाव हारने के बाद जयंत चौधरी को उपाध्यक्ष बनाया था ताकि आने वाले समय में वो पार्टी की बागडोर संभाल सकें।

आज राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों ने उनका नाम अध्यक्ष पद पर चुनकर जयंत चौधरी को अपने पिता की राजनीतिक विरासत आगे बढ़ाने का मौका दे दिया है। बता दें कि राष्ट्रीय लोकदल का गठन 1999 में हुआ था। चौधरी अजित सिंह के जाने के बाद जयंत चौधरी की पहली बड़ी परीक्षा वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में होगी।

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