Prayagraj Violence: जयंत चौधरी ने सीएम योगी के 'बुलडोजर' एक्शन को गुंडागर्दी का प्रतीक बताया, यूजर्स भड़के

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रयागराज में हिंसा (Prayagraj Violence) करने के मास्टरमाइंड मोहम्मद जावेद उर्फ पंप (Mastermind Mohammad Javed alias Pump) के घर को बुलडोजर (Bulldozer) से ढहाने की कार्रवाई के दौरान राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) ने ऐसा ट्वीट कर दिया, जिससे लोग भड़क गए हैं। उन्होंने बुलडोजर एक्शन को राज्य की प्रयोजित गुंडागर्दी का प्रतीक बताया है। यही नहीं, उन्होंने सीएम योगी (CM Yogi Adityanath) का नाम लिए बिना उन पर तीखा प्रहार भी किया है। खास बात है कि यह पहला मौका नहीं, जब अपने बयानों की वजह से जयंत चौधरी ट्विटर यूजर्स के निशाने पर रहते हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी ने अपने ट्वीट में लिखा, 'बुलडोजर से कानून का राज नहीं चल रहा है। बल्कि यह राज्य प्रायोजित गुंडागर्दी का प्रतीक बन गया है!' जयंत चौधरी ने यह ट्वीट उस वक्त किया, जब प्रयागराज हिंसा के मास्टरमाइंड मोहम्मद जावेद उर्फ पंप के अवैध घर पर बुलडोजर चल रहा था। ज्यादातर सोशल मीडिया यूजर्स जहां इस कार्रवाई की प्रशंसा कर रहे थे तो वहीं जयंत के इस ट्वीट ने लोगों का गुस्सा बढ़ा दिया है।
Bulldozer is not enforcing the rule of law.
— Jayant Singh Bishnoi (@jayantrld) June 12, 2022
Rather it has become a symbol of state sponsored gundaism!
ट्विटर यूजर प्रशांत ने लिखा, 'तो क्या इन उपद्रवी/दंगाई/जेहादी सोच वाले लोगों के घर आरती उतारकर माला पहनाकर भारत रत्न दिलवाने का इरादा था क्या #बिश्नोई साहब! ये योगी सरकार है इसमें दंगाइयों के घर भी टूटेंगे ओर तशरीफ़ भी। #जय_बाबा_की।'
सोनू नामक यूजर ने लिखा, 'कुछ लड़कों ने पिता की विरासत को बरबाद करने की ठानी है और वो उसमे कामयाब भी हैं। शहर में दंगा करना, पत्थर फेंकना, गला काटने की और बलात्कार की धमकी, इन पर तुम कुछ नहीं बोले, बाकी बुलडोजर चलने पर कानून टूटने लगा।' भारत शर्मा ने लिखा, 'अगले 40 साल में भी सरकार नहीं बनेगी आपकी... ना किसी सरकार में शामिल हो पाओगे...इतनी घटिया राजनीति राजनीति के साथ... वो दिन गए जब मुस्लिम वोट के साथ सत्ता बना करती थी।'
उधर, कई समर्थक ऐसे हैं, जो बीजेपी पर भी प्रहार कर रहे हैं। रोहित अग्रवाल ने लिखा, 'अराजकता की अनुमति किसी को नहीं होनी चाहिए इससे हम पूरी तरीके से सहमत हैं। लेकिन जरा यह भी बताइए कि थाने में बंद करने के बाद लाठियां चलाना किस कानून के दायरे में आता है, यह बताता है कि न्याय व्यवस्था पर सरकार का विश्वास नहीं है।' एक अन्य यूजर इम्मी ने जयंत को रिप्लाई कर लिखा, 'सिर्फ ट्विटर पे ट्वीट करने से आपकी जिम्मेदारी पूरी नहीं ही जाती, खुलकर बोलिये विरोध कीजिये जिस तरह मुसलमानो ने आपको वोट दिया और छोड़ों मुसलमानों का, इंसानियत के लिए ही खड़े हो जाओ।' इसी प्रकार अन्य मिलीजुली प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
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