Kanpur Accident: 'प्रशासन मूकदर्शक न बनता तो बच जाती कई जिंदगियां', चश्मदीद ने यह आरोप लगाकर बताई पूरी हकीकत

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर (Kanpur) में शनिवार रात को एक बड़ा सड़क हादसा (Road Accident) हो गया है। यहां नरवर थाना क्षेत्र में श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली (Tractor-Trolley) पलट गई। इसके नीचे दबने के बाद 26 श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत हो गई। मरने वालों में 11 बच्चे और 11 महिलाएं भी शामिल हैं। हादसे के बाद घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
वही गंभीर रूप से घायलों को कानपुर रेफर कर दिया गया है। जहा उनका इलाज किया जा रहा है। वही शनिवार-रविवार की रात करीब तीन बजे तालाब में डूबी ट्रैक्टर ट्राली को निकालकर थाने ले गई। इसी बीच एक तरफ जहां राहत और बचाव कार्य को लेकर कानपुर से लेकर लखनऊ तक पुलिस और प्रशासन सक्रिय नजर आया, वहीं दूसरी तरफ व्यवस्था को लेकर पीड़ित परिवारों में आक्रोश है। हादसे में जान गंवाने वालों के परिवारों ने पुलिस और एंबुलेंस से लेकर डॉक्टरों की व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
#UPDATE | A total of 26 people have lost their lives & others are injured. The pilgrims were returning from Chandika Devi temple in Fatehpura. The injured people have been sent to Hallet hospital. Investigation is underway. Rescue work has been completed: Vishak G Iyer, DM Kanpur https://t.co/UoouqGJOCR pic.twitter.com/4KSF1pPdq5
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 1, 2022
लोगों का कहना है कि अगर प्रशासन समय पर मदद पंहुचा देता तो कई लोगों की जान बचाई जा सकती थी। लेकिन, पुलिस चुपचाप देखती रही। वहीं एक चश्मदीद ने बताया कि मौके के पर पुलिस प्रशासन (Police Administration) भी मौजूद था। वह चाहता तो पलटी ट्राली को सीधा कर सभी की जान बचा सकता था। लेकिन प्रशासन देखता रहा, किसी ने मदद नहीं की। जब कोई मदद नहीं मिली तो गांव के लोग दो ट्रैक्टर और करीब 100 लोगों को लेकर वहां पहुंचे, तब जाकर ट्रॉली को सीधा किया जा सका। इसके बाद जब एम्बुलेंस के लिए फोन किया तो एम्बुलेंस भी समय पर नहीं आई। फिर गांव के लोग मोटरसाइकिल पर सभी घायलों को अस्पताल ले आए, ये सभी लोग जिंदा थे लेकिन अस्पताल पहुचते-पहुंचते इस सबने दम थोड़ दिया। वही घायलों के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
घायलों में एक के परिजन राजेश ने बताया कि जब वह बच्चों को लेकर पहुंचे तो यहां सिर्फ एक नर्स मौजूद थी। यहां कोई डॉक्टर नहीं था। वहीं उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री राकेश सचान भितरगांव सीएचसी पहुंचे और पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात की। राकेश सचान ने सरकार की ओर से सभी पीड़ितों को आवास मुहैया कराने की घोषणा की और कहा कि हम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देश पर आए हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि घटना की जांच कराई जाएगी और इसके बाद जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। परिजनों की ओर से पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाने के संबंध में राकेश सचान ने कहा कि एक इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है। वही राकेश सचान (Rakesh Sachan) ने घोषणा की कि मृतकों के परिजनों को एक बीघा जमीन, 4 लाख रुपये नकद दिए जाएंगे। उन्होंने घायलों को एक लाख रुपये की सहायता देने की भी घोषणा की।
यूपी सरकार की एक अन्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढों को लेकर पूछे गए सवाल पर प्रतिभा शुक्ला (Pratibha Shukla) ने कहा कि ठेकेदार की गलती और बारिश की वजह से ऐसा हुआ है। वही केंद्र सरकार ने भी हादसे में मृतकों के परिजनों को मुआबजा देने का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने इसकी जानकारी दी। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से कहा गया मृतकों के परिजन को दो लाख की सहायता और घायलों को 50 हजार रुपए की मदद देने का ऐलान किया है।
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