Kanpur देहात में जलीं मां-बेटी का हुआ अंतिम संस्कार, कांग्रेस ने प्रदर्शन किया, सपा-बसपा ने भी योगी सरकार को घेरा

Kanpur Fire Case: उत्तर प्रदेश के कानपुर में बुलडोजर कार्रवाई के विरोध में मां-बेटी की जलकर मौत होने से प्रदेश का माहौल गर्म है। कांग्रेस ने जहां राजधानी लखनऊ में योगी सरकार के खिलाफ व्यापक प्रदर्शन किया है, वहीं विपक्ष के तमाम नेता भी बीजेपी सरकार को घेर रहे हैं। उधर, दोनों मां-बेटी के शवों का आज अंतिम संस्कार कर दिया गया है। बिठूर में इस अंतिम संस्कार के दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कानपुर देहात मामले को लेकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी लगातार बीजेपी को घेर रही है। यह घटना सोमवार की है, जहां प्रशासन का बुलडोजर अवैध निर्माण ढहाने पहुंचा था। इस दौरान मां प्रमिला दीक्षित ने कार्रवाई का विरोध किया और धमकी दी कि वो कुछ भी कर लेंगे। इसके बाद मां प्रमिला के साथ ही उसकी 19 वर्षीय बेटी नेहा भी आग की लपटों में घिरी दिखीं। आरोप है कि पुलिस और प्रशासन ने दोनों को बचाने का बिल्कुल प्रयास नहीं किया। दोनों ने तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया।
मामला जब सामने आया तो पूरी सियासत हिल गई। सत्ता पक्ष के नेता जहां पीड़ित पक्ष को न्याय दिलाने का आश्वासन देने लगे तो वहीं विपक्ष ने मोदी सरकार को घेरना शुरू कर दिया। इसी कड़ी में आज बुधवार को कांग्रेसी कार्यकर्ता पार्टी मुख्यालय तिलक हॉल में इकट्ठा हुए और योगी सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने काले झंडे भी दिखाए। जिला अध्यक्ष नौशाद मंसूरी ने कहा कि कानपुर देहात की दर्दनाक घटना के बाद पूरे प्रदेश में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले हैं। बीजेपी की सरकार सिर्फ लोगों का घर उजाड़ने का काम कर रही है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जो लोग जिंदा रहते हैं, उसे जला दिया जाता है। बीजेपी के तमाम अधिकारी जनता के साथ निर्दयता पूर्वक व्यवहार कर रहे हैं।
बड़ी संख्या में निकले कांग्रेसी
बता दें कि कांग्रेसियों ने प्रदर्शन करते हुए तिलक हॉल से निकलकर बड़ा चौराहा की तरफ कूच किया है। बीजेपी सरकार को घेरते हुए कांग्रेस प्रदेश सचिव विकास अवस्थी ने कहा कि इस घटना से पता चलता है कि इस सरकार में सभी अधिकारी गुंडई पर उतारू हो गए हैं। कांग्रेस के प्रदर्शन की सूचना प्रशासन को मिलते ही पुलिस ने तिलक हॉल को चारों तरफ से घेर लिया। इसके बाद पुलिस किसी भी कांग्रेसियों को तिलक हॉल से निकलने नहीं दे रहा था। हालांकि बाद में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने पुलिस का घेरा तोड़ दिया। इसके बाद सड़कों पर आकर योगी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
यूपी में एक संवेदनहीन सरकार है। एक ऐसी सरकार है जो संविधान की शपथ लेकर बनी है, लेकिन संविधान की धज्जियां रोज उड़ाती है।
— Congress (@INCIndia) February 15, 2023
: @Pawankhera जी pic.twitter.com/hF90PIJEBX
सपा भी सीएम योगी पर कर रहे सीधा प्रहार
Samajwadi Party के प्रमुख अखिलेश यादव समेत तमाम पार्टी के तमाम नेता भी CM Yogi Adityanath पर पर निशाना साध रहे हैं। Akhilesh Yadav ने ट्वीट में लिखा, भाजपाई G-20 में रंगारंग कार्यक्रम का साक्षात् आंनद उठा रहे हैं, लेकिन बगल में कानपुर के पीड़ितों से दूर से ही मोबाइल पर बात कर रहे हैं। कानपुर के अग्निकांड में क्या भाजपाइयों की आंख का पानी भी जलकर भस्म हो गया है। निंदनीय, शर्मनाक!
दर्दनाक मौत के बाद मां-बेटी की अर्थी भी नहीं उठ पाई थी कि दूसरी तरफ जश्न में मुख्यमंत्री और उनकी कैबिनेट डूबी हुई थी पांच सितारा ठुमके लग रहे थे।
— I.P. Singh (@IPSinghSp) February 15, 2023
देश में घोषित आपातकाल है राजा और उनके सिपहसालार मौज-मस्ती में डूबे हैं।#Kanpur_Dehat pic.twitter.com/hyM20Nb1mL
बसपा प्रमुख मायावती ने भी किया तीखा प्रहार
इस मामले को लेकर बसपा प्रमुख मायावती ने भी यूपी सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि देश व खासकर उत्तर प्रदेश जैसे गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई व पिछड़ेपन आदि से त्रस्त विशाल राज्य में भाजपा सरकार की लोगों को अति-लाचार एवं आतंकित करने वाली बुल्डोजर राजनीति से अब निर्दोष गरीबों की जान भी जाने लगी हैं, जो अति-दुखद व निन्दनीय। सरकार अपना जनविरोधी रवैया बदले।
उन्होंने आगे कहा कि कानपुर देहात जिले में अतिक्रमण हटाने के नाम पर हुई ज्यादती व आगजनी की घटना के दौरान झोपड़ी में रहने वाली मां-बेटी की मौत और 24 घंटे बाद उनके शव उठने की घटना यूपी सरकार के विज्ञापित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से ज्यादा चर्चाओं में है। उन्होंने सवाल पूछा कि ऐसे में यूपी का जनहितकारी भला कैसे संभव है।
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