'मैं पढ़ी-लिखी हूं...सरकारी टीचर हूं, अपने फैसले खुद लूंगी', ये सुनते ही पिता ने बेटी को मार दी गोली

मैं पढ़ी-लिखी हूं...सरकारी टीचर हूं, अपने फैसले खुद लूंगी, ये सुनते ही पिता ने बेटी को मार दी गोली
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उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में एक बेटी ने जब अपने पिता से कहा कि मैं पढ़ी-लिखी हूं, सरकारी टीचर हूं, अपने पैरों पर खड़ी हूं...तो फिर शादी क्यों नहीं कर सकती। फिर इतना सुनते ही पिता ने अपनी बेटी को ही गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद फिर खुद भी आत्महत्या कर ली।

उत्तर प्रदेश के जनपद कासगंज से एक ऐसा मामला सामने आया है। जिसे सुनकर आपका दिल दहल जाएगा। बेटी ने अपने पिता से कहा कि मैं पढ़ी-लिखी हूं, सरकारी टीचर हूं, अपने पैरों पर खड़ी हूं...तो अपनी मर्जी से शादी करूंगी। इतना सुनते ही पिता ने बेटी की गोली मारकर हत्या कर दी और उसके बाद खुद भी आत्महत्या कर ली।

उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के रहने वाले नरेंद्र सिंह यादव ने अपनी बेटी जूही की गोली मारकर हत्या कर दी। बताया जा रहा की जूही मिर्जापुर प्राइमरी स्कूल में टीचर थी। वह अपनी मर्जी से शादी करना चाहती थी। जिसको लेकर जूही और उसके पिता के बीच बहस हो गई, जिसके बाद जूही के पिता ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद खुद पिता ने भी आत्महत्या कर ली।

नाराज होकर पिता ने गोली

जूही की शादी की बात चल रही थी, जो की जूही को बिलकुल पसंद नहीं था। शिक्षिका जूही की इच्छा थी कि वह अपनी पसंद से शादी करे। इस बात को लेकर ही जूही ने अपने पिता को कहा कि मैं पढ़ी-लिखी हूं, सरकारी टीचर हूं, अपने पैरों पर खड़ी हूं...तो फिर शादी क्यों नहीं कर सकती। इस बात क्रोधित होकर जूही के पिता उसे गोली मार दी और फिर खुद भी आत्महत्या कर ली।

पिता ने खुद भी की आत्महत्या

बेटी को गोली मारने के बाद पिता को जब इस बात का एहसास हुआ कि उन्होंने सही नहीं कि है, तो फिर पिता ने उसी बंदूक से खुद को गोली मार ली। इतना सब देख जूही की मां हक्का-बक्का रह गई और जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया। इसके बाद आसपास के लोग वहां पहुंचे और उन्हें नजदीक के अस्पताल में ले गए। जहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।

वारदात की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची फॉरेंसिक की टीम

इसकी सूचना मिलते ही वहां के एसपी सौरभ दीक्षित अपने पुलिस बल और फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुचे। पुलिस ने शव को कब्जे में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस संबंध में एसपी दीक्षित ने खुलासा करते हुए कहा कि लेक्चरर नरेंद्र सिंह यादव के करीबी मनोज चौहान से जूही का प्रेम प्रसंग चल रहा था। पेशे से मनोज चौहान एक बैंक एकाउंटेंट है। जिसके कारण जूही के पिता अक्सर परेशान रहते थे।

वहीं, जूही की मां ने पुलिस को बताया कि जूही और उसके पिता की हादसे वाले दिन हाथापाई हुई थी, जिसके बाद उसके पिता को यह बरदास्त नहीं हुआ और फिर उन्होंने अलमारी में रखी राइफल निकाली और जूही की हत्या कर दी। जिसके तुरंत बाद उन्होने खुद को भी गोली मार ली। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।

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