लखनऊ लोकभवन पर आत्मदाह करने पहुंचा पूरा परिवार, पेट्रोल छिड़कने के बाद हुआ ये हाल...

लखनऊ लोकभवन पर आत्मदाह करने पहुंचा पूरा परिवार, पेट्रोल छिड़कने के बाद हुआ ये हाल...
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तीन महिलाएं और दो पुरुष एक साथ आत्मदाह करने की फिराक में थे। यह परिवार हरदोई का रहने वाला है। परिवार का आरोप है कि उनके मकान पर एक दंपति जबरन कब्जा करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने पुलिस को भी शिकायत दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। आरोपियों की धमकियों से परेशान होकर पूरा परिवार आज लोकभवन के सामने आत्मदाह करने के मकसद से पहुंचा था।

लखनऊ के लोकभवन के सामने शुक्रवार की सुबह एक ही परिवार के पांच सदस्यों ने आत्मदाह का प्रयास किया। इससे पहले कि वे सफल हो पाते, पुलिसकर्मियों की नजर उनमें से एक व्यक्ति पर पड़ गई। पुलिस ने जब उसे दौड़ कर पकड़ा तो इससे परिवार के अन्य सदस्य सकपका गए। उन्होंने वहां से निकलने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो सके। पुलिस ने सभी को थाने ले जाकर पूछताछ की, जिसके बाद आत्मदाह का कदम उठाने के पीछे का कारण सामने आया।

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक यह परिवार हरदोई का रहने वाला है। परिवार का आरोप है कि जिस मकान में वे रहते हैं, उस पर एक दंपति कब्जा करना चाहता है। उन्होंने इस संबंध में संबंधित थाना पुलिस को भी शिकायत दी थी, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। आरोपियों की ओर से लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। उन्होंने इस बारे में राजस्व विभाग को भी शिकायत दी थी, लेकिन वहां से भी कोई मदद नहीं मिली।

ऐसे में पूरा परिवार सुबह करीब साढ़े दस बजे लोकभवन के सामने पहुंचा। उन्होंने सोचा था कि सभी एक साथ पेट्रोल छिड़ककर खुद को आग लगा लेंगे। जैसे ही उनके परिवार के एक सदस्य ने खुद पर पेट्रोल छिड़कना शुरू किया, उस पर पुलिस कर्मियों की नजर पड़ गई। पुलिसकर्मी उसकी तरफ दौड़े और आग लगाने से पहले ही पकड़ लिया। इस दौरान परिवार के अन्य सदस्य सकपका गए और वहां से निकलने की कोशिश की। पुलिस ने शक होने पर उन्हें भी रोक लिया और जब पूछताछ की गई तो पता चला कि सभी एक ही परिवार के सदस्य हैं। मामला सामने आने के बाद आला अधिकारियों ने भी इसका संज्ञान लिया। जिला प्रशासन हरदोई ने मामले की जांच कराकर उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है।

दो फरवरी को भी हुई थी ऐसी घटना

लखनऊ में विधानसभा और लोकभवन के समक्ष पहले भी लोग आत्मदाह का प्रयास कर चुके हैं। दो फरवरी को कन्नौज के गोदारा गांव के रहने वाले 35 वर्षीय उमाशंकर ने विधानसभा के समक्ष खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा ली थी। सुरक्षाकर्मियों ने आग को बुझाकर युवक को झुलसी हालत में अस्पताल में भर्ती कराया। युवक का आरोप था कि लेखपाल और ग्राम प्रधान उसकी जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं। हालांकि जब मामले की जांच की गई तो पता चला कि जिस जमीन का जिक्र युवक कर रहा है, वह सरकारी है। बहरहाल, मामले की विस्तृत जांच के आदेश दे दिए गए थे ताकि उन अधिकारियों पर कार्रवाई की जा सके, जिनकी रहते इस जमीन पर कब्जा हुआ। करीब चार महीने पहले बाराबंकी का एक परिवार जमीन विवाद में ही सामूहिक आत्मदाह करने पहुंचा था, लेकिन उन्हें भी पुलिस कर्मियों ने वक्त रहते पकड़ लिया था। इसी घटना के दिन लखनऊ के रहने वाले सुरेश चक्रवर्ती ने भी जमीन विवाद में खुद को आग लगा ली थी, जिससे वह झुलस गया था। पुलिस कर्मियों ने उसकी आग बुझाकर अस्पताल में भर्ती कराया था।

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