कांग्रेस नेता राज बब्बर को 36 साल पुराने मामले में दो साल की सजा, एमपी/एमएलए कोर्ट ने जुर्माना भी लगाया

कांग्रेस नेता राज बब्बर को 36 साल पुराने मामले में दो साल की सजा, एमपी/एमएलए कोर्ट ने जुर्माना भी लगाया
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राज बब्बर के खिलाफ 2 मई 1996 को थाना वजीरगंज में शिकायत दर्ज हुई थी। पुलिस ने राज बब्बर के खिलाफ केस दर्ज कर 23 मार्च 1996 को अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया था। आज एमपी/एमएलए कोर्ट ने राज बब्बर को दोषी करार देकर सजा सुनाई है। पढ़िये यह रिपोर्ट...

लखनऊ एमपी/एमएलए कोर्ट (MP/MLA Court) ने बूथ में घुसकर मतदान प्रभावित करने और पोलिंग एजेंट से दुर्व्यवहार करने के आरोपी तत्कालीन सपा प्रत्याशी राज बब्बर (Raj Babbar) को दोषी करार दिया है। उन्हें दो वर्ष की कैद की सजा सुनाई है। साथ ही 8500 रुपये का जुर्माना भरने का भी आदेश दिया है। राज बब्बर फिलहाल कांग्रेस (Congress) के नेता हैं। बताया जा रहा है कि फैसले के खिलाफ राज बब्बर ऊपरी अदालत में अपील करेंगे।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 2 मई 1996 को थाना वजीरगंज में राज बब्बर के खिलाफ शिकायत दर्ज हुई थी। शिकायत मतदान अधिकारी श्रीकृष्ण सिंह राणा ने दी थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि सपा प्रत्याशी राज बब्बर मतदान केंद्र के भीतर घुसे और मतदान को प्रभावित करने का प्रयास किया। राज बब्बर के साथ अरविंद यादव समेत कई लोग भी साथ थे। राणा ने आरोप लगाया था कि जब राज बब्बर को मतदान प्रभावित करने से रोकने का प्रयास किया तो ड्यूटी कर रहे लोगों से दुर्व्यवहार किया और सरकारी कार्य में बाधा डालने का काम शुरू कर दिया। इसके बाद राज बब्बर ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर ड्यूटी कर रहे लोगों पर हमला बोल दिया। मारपीट में श्रीकृष्ण सिंह राणा के अलावा पोलिंग एजेंट शिव सिंह के चोटें लगीं।

पुलिस ने राज बब्बर के खिलाफ केस दर्ज कर 23 मार्च 1996 को अदालत में आरोप पत्र दाखिल कर दिया। लखनऊ एमपी/एमएलए कोर्ट ने तमाम सबूतों के आधार पर राज बब्बर को दोषी करार देकर दो साल की सजा सुनाई। साथ ही 8500 रुपये की जुर्माना राशि भरने के आदेश दिए। हालांकि कोर्ट ने राज बब्बर को जमानत पर रिहा कर दिया। मीडिया रिपोर्ट्स में राज बब्बर के अधिवक्ता के हवाले से कहा गया है कि इस सजा के खिलाफ ऊपरी अदालत में अपील की जाएगी।

ऐसा रहा राज बब्बर का सियासी सफर

राज बब्बर ने बॉलीवुड से सियासत तक लंबा सफर तय किया है। उन्होंने 1989 में वीपी सिंह के नेतृत्व में जनता दल का दामन थामा था। इसके बाद समाजवादी पार्टी को जॉइन कर लिया। वे तीन बार लोकसभा सांसद रहे। राज बब्बर के सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव से 2006 में रिश्ते खराब हो गए। इसके बाद राज बब्बर सपा से अलग हो गए। 2008 में राज बब्बर ने कांग्रेस का दामन थामा और अगले ही साल 2009 में उन्होंने फिरोजाबाद से अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को बड़े अंतर से हराकर बड़ा झटका दिया। 2019 में लोकसभा चुनाव के बाद राज बब्बर ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था।

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