मोदीनगर में स्कूल प्रबंधन की लापरवाही से कक्षा चार के छात्र की दर्दनाक मौत, वजह जानकर आप भी रह जाएंगे सन्न

मोदीनगर में स्कूल प्रबंधन की लापरवाही से कक्षा चार के छात्र की दर्दनाक मौत, वजह जानकर आप भी रह जाएंगे सन्न
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यह घटना मोदीनगर में हापुड़ मार्ग पर हुई है। दयावती पब्लिक स्कूल की बस में 11 वर्षीय अनुराग भारद्वाज सवार था। उसकी मौत से परिजनों ने जमकर हंगामा किया। पुलिस ने स्कूल प्रबंधक, प्रिंसिपल और बस चालक के खिलाफ हत्या की धाराओं में केस दर्ज किया है।

Modinagar School Bus Accident: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मोदीनगर (Modinagar) में स्कूल बस (School Bus) से सिर बाहर निकालकर वोमिटिंग (Vomiting) कर रहे छात्र का सिर गेट की दीवार से टकरा गया। कक्षा चार के इस छात्र की मौके पर दर्दनाक मौत (student death) हो गई। परिजनों को जब यह सूचना मिली तो हड़कंप मच गया। परिजनों के साथ गुस्साए लोगों ने भी जमकर हंगामा (Ruckus) किया। पुलिस (Police) ने शिकायत पर स्कूल प्रबंधक उमेश कुमार मोदी, प्रिंसिपल नेत्रपाल सिंह और बस चालक ओमबीर के खिलाफ हत्या की धाराओं में केस दर्ज किया गया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह घटना मोदीनगर में हापुड़ मार्ग पर हुई है। दयावती पब्लिक स्कूल की बस में 11 वर्षीय अनुराग भारद्वाज सवार था। उसकी तबीयत खराब हुई और उल्टी होने लगी। उसने अल्टी करने के लिए सिर को बस से बाहर निकाला। टर्न करते समय अनुराग का सिर एक गेट की दीवार से टकरा गया। अनुराग की मौके पर मौत हो गई। इससे बस में सवार बच्चे भी सहम गए।

हादसे की सूचना मिलते ही अनुराग के परिवार में हड़कंप मच गया। परिजनों के साथ गुस्साए लोग भी मौके पर पहुंचे और जमकर हंगामा किया। पुलिस ने बताया कि अनुराग भारद्वाज सूरत सिटी कॉलोनी में रहता था। वो आज सुबह सात बजे स्कूल के लिए निकला था। इसके कुछ समय बाद ही यह हादसा हो गया। परिवार में उसके पिता नितिन भारद्वाज, उनकी मां नेहा, बहन अंजली हैं। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर स्कूल प्रबंधक उमेश कुमार मोदी, प्रिंसिपल नेत्रपाल सिंह और बस चालक ओमबीर के खिलाफ हत्या की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। आगे की जांच चल रही है।

स्कूल प्रबंधन मौत के लिए जिम्मेदार

स्कूल बसों के लिए जो सुरक्षा मापदंड तय किए हैं, उनमें एक नियम यह है कि खिड़की पर ऐसी सुरक्षा ग्रिल रहनी चाहिए ताकि कोई भी छात्र अपना सिर बाहर न निकाल सके। जिला प्रशासन भी लगातार विशेष अभियान चलाता है। इसके बावजूद इस घटना ने साबित कर दी दिया है कि बच्चों की सुरक्षा को लेकर कई स्कूल बेपरवाह हैं। ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए अभिभावकों को भी ज्यादा सतर्क रहना होगा।

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