नोएडा के ट्व‍िन टावरों को ढहाने पर 17.55 करोड़ का आएगा खर्च, चेतन दत्ता बटन दबाकर दोनों टावर करेंगे जमींदोज, जानिये इनके बारे में

नोएडा के ट्व‍िन टावरों को ढहाने पर 17.55 करोड़ का आएगा खर्च, चेतन दत्ता बटन दबाकर दोनों टावर करेंगे जमींदोज, जानिये इनके बारे में
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नोएडा के सुपरटेक ट्वीन टावरों को ध्वस्त करने पर 17.55 करोड़ रुपये का खर्च आएगा और 13 करोड़ का मलबा निकलेगा। चेतन दत्ता बटन दबाकर दोनों टावरों को जमींदोज कर देंगे। जानिये विस्फोट प्रक्रिया को लेकर उन्होंने क्या कहा

Noida Twin Tower Demolition: नोएडा के सेक्टर-93 ए स्थित सुपरटेक ट्विन टावरों (Supertech Twin Towers) को ध्वस्त करने की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। दोनों टावर 28 अगस्त को दोपहर ढाई बजे ध्वस्त कर दिए जाएंगे। दोनों टावर ध्वस्त करने पर 17.55 करोड़ रुपये का खर्च आएगा और 13 करोड़ का मलबा निकलेगा। टावर ध्वस्त करने पर जो खर्च आएगा, उसकी भरपाई सुपरटेक कंपनी (Supertech Company) करेगी। खास बात है कि मौजूदा समय में 1000 करोड़ की कीमत वाले दोनों टावर चेतन दत्ता के इशारे पर महज नौ सेकंड में जमींदोज हो जाएंगे। चेतन दत्ता भारतीय ब्लास्टर हैं। ऐसी इमारतों को ध्वस्त करने का उन्हें खासा अनुभव है। ऐसे में उनका दावा है कि यह कार्रवाई बिना किसी नुकसान के पूरी हो जाएगी।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सुपरटेक ट्विन टावरों को ध्वस्त करने के लिए बटन दबाने वाले चेतन दत्ता ने बताया कि दोनों टावर को विस्फोट से ध्वस्त करने की प्रक्रिया बेहद ही सरल है। हम डायनेमो से करंट उत्पन्न करेंगे और इसके बाद बटन दबाएंगे, जिसके बाद नौ सेकंड में टावर ध्वस्त हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि हम इमारत से लगभग 50-70 मीटर दूर होंगे, लिहाजा कोई खतरा नहीं होगा। हमें पूरा यकीन है कि इमारत सही तरीके से ढह जाएगी। ब्लास्टिंग क्षेत्र को लोहे की जाली की 4 परतों से और कंबल की दो परतों से ढका गया है।

उन्होंने कहा कि सुरक्षा परतों की वजह से मलबा तो नहीं उड़ेगा, लेकिन धूल का बड़ा गुब्बार उड़ना तय है। इसके लिए आसपास की इमारतों, पार्कों आदि को कपड़ों से कवर किया गया है। अस्थमा और अन्य मरीजों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।

उधर, नोएडा अथॉरिटी की सीईओ रितु माहेश्वरी का कहना है कि दोनों टावर ध्वस्त करने की प्रक्रिया पूरी करने में 10 से 12 सेकंड का समय लगेगा। टावर ध्वस्त होने से करीब 80 हजार टन मलबा होगा, जिसका इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि दोनों टावर को ढहाने के लिए 500 से 700 मीटर का एरिया ब्लास्ट जोन में रखा गया है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर दो से तीन बजे तक वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध रहेगा। वाहनों को अलग से रूट निर्धारित करके निकाला जाएगा।

उन्होंने बताया कि कार्रवाई के दौरान दमकल, एंबुलेंस, पुलिस और अन्य रेस्क्यू टीमों को भी तैनात किया जाएगा। दोनों टावर ध्वस्त होने के बाद विशेषज्ञों की टीम आसपास की सोसायटी का निरीक्षण करेंगे। सभी इमारतों को पूरी तरह सुरक्षित पाए जाने पर शाम छह बजे तक लोगों को सोसायटी के भीतर प्रवेश करने की अनुमति दे दी जाएगी। उन्होंने दावा किया कि किसी भी नुकसान की हालत के लिए पहले ही बीमा लिया जा चुका है। हालांकि उम्मीद है कि दोनों टावर को ढहाने की कार्रवाई बिना किसी नुकसान के पूरी कर ली जाएगी।

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