राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संत कबीर अकादमी का किया लोकार्पण, कहा- 600 सालों के बाद भी उनकी शिक्षाएं प्रासंगिक

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संत कबीर अकादमी का किया लोकार्पण, कहा- 600 सालों के बाद भी उनकी शिक्षाएं प्रासंगिक
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संतकबीरनगर में कबीर चौरा परिसर में लगभग 23 करोड़ 59 लाख की लागत से संतकबीर अकादमी एवं शोध संस्थान का निर्माण हुआ है। राष्ट्रपति ने इसके लोकार्पण के साथ ही अन्य विकास कार्यों का भी उद्घाटन किया।

देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) ने संत कबीर (Sant Kabir) की महापरिनिर्णाण स्थली मगहर में संत कबीर अकादमी एवं शोध संस्थान (Sant Kabir Academy And Research Institute) का आज लोकार्पण किया। उन्होंने संत कबीर की समाधि पर चादर चढ़ाकर मजार का दर्शन करके नमन किया। उन्होंने लोगों से संत कबीर के दिखाए मार्ग पर चलने का आह्वान किया।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि संत कबीर यद्यपि पुस्तकीय ज्ञान से वंचित रहे, फिर भी उन्होंने साधु-संगति से अनुभव-सिद्ध ज्ञान प्राप्त किया। आज लगभग 650 वर्ष गुजर जाने के बाद भी उनकी शिक्षाएं जन-साधारण से लेकर बुद्धिजीवी वर्ग में एक समान लोकप्रिय हैं।

उन्होंने कहा कि संत कबीर का पूरा जीवन, मानव धर्म का श्रेष्ठतम उदाहरण है। उनके निर्वाण में भी सांप्रदायिक एकता का संदेश छिपा था। आज एक ही परिसर में कबीर की समाधि और मजार बनी हुई है। सांप्रदायिक एकता की ऐसी मिसाल दुर्लभ है। उन्होंने कहा कि कबीर ने समाज को, समानता और समरसता का मार्ग दिखाया। उन्होंने कुरीतियों, आडंबरों और भेद-भाव को दूर करने का बीड़ा उठाया और गृहस्थ जीवन को भी संतों की तरह जिया। उन्होंने लोगों से संत कबीर की शिक्षाएं अपनाने और उनके दिखाए मार्ग पर चलने का आह्वान किया।

बता दें कि संतकबीरनगर में कबीर चौरा परिसर में लगभग 23 करोड़ 59 लाख की लागत से संतकबीर अकादमी एवं शोध संस्थान का निर्माण हुआ है। राष्ट्रपति ने इसके लोकार्पण के साथ ही अन्य विकास कार्यों का भी उद्घाटन किया। राष्ट्रपति के आगमन को लेकर पूरे शहर को सजाया गया और सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के आगमन को लेकर तीन से पांच किलोमीटर का इलाका नो-फ्लाइंग जोन रखा गया। राष्ट्रपति के आने-जाने वाले रास्तों पर भी ड्रोन जैमर से निगरानी रखी गई।

आज काशी दौरा

राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द रविवार को काशी आएंगे। वे बाबा विश्वनाथ का दर्शन-पूजन करेंगे और नव्य भव्य परिसर का अवलोकन करेंगे। प्रोटोकाल के मुताबिक राष्ट्रपति गोरखपुर से विमान से दोपहर लगभग एक बजे लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बाबतपुर पहुंचेंगे। यहां राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राष्ट्रपति का स्वागत करेंगे। काशी का दौरा करने के बाद शाम को लखनऊ के लिए प्रस्थान करेंगे।

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