रामचरित्रमानस विवाद: यूपी के मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी का विवादित बयान, स्वामी प्रसाद मौर्य की तुलना 'नाली के कीड़े' से की

स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के रामचरितमानस (Ramcharitmanas) पर दिए गए बयान पर सियासत थमने का नाम ही नहीं ले रही है। कहीं इसके समर्थन में ओबीसी संगठन (Obc) आ रहे हैं, तो कहीं इस बयान की कड़ी आलोचना की जा रही है। इसी कड़ी में अब एक और आलोचना जुड़ गई है। इस बार यूपी के कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी(Laxmi Narayan Choudhary) से पत्रकारों ने रामचरित्रमानस (Ramcharitmanas) पर सवाल किया तो उस प्रश्न के जवाब में मंत्री ने उत्तर देते हुए कहा कि हीरे की परख जोहरी ही जानता है। जिन लोगों को पता ही नहीं है कि रामायण क्या चीज है, कमल और गुलाब की खुशबू भवरा जानता है, नाली का कीड़ा नहीं जानता है।
क्या है विवाद
22 जनवरी को स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नए विवाद को जन्म दे दिया, जिसके चलते यह विवाद अबतक थमने का नाम नहीं ले रहा है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस (Ramcharitmanas) की कुछ चौपाइयों का जिक्र करते हुए उन्हें महिलाओं और पिछड़े लोगों के प्रति अपमानजनक बताया और इस पर प्रतिबंध लगाने या संशोधन की करने की मांग की थी। क्योंकि किसी भी धर्म में किसी को गाली देने का कोई अधिकार नहीं है। स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के खिलाफ कई हिंदूवादी संगठनो और संतों ने विरोध जताया।
इसके बाद से स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के समर्थन में ओबीसी महासभा भी आ गई। ओबीसी महासभा ने पिछले दिनों लखनऊ में प्रदर्शन किया और रामचरितमानस (Ramcharitmanas) की प्रतियों को जलाया था, जिसके बाद से उनके खिलाफ एफआईआर (Fir) भी दर्ज की गई थी।
वहीं आज संगम नगरी प्रयागराज (Prayagraj) में आज सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में नारे भी लगे हैं। कुछ स्थानीय लोगों ने इसमें लिखा है कि मैं शूद्र हूं, मुझे गर्व है. न पैसा लगता है, न खर्चा लगता है, बस जय भीम बोलिए, बड़ा अच्छा लगता है। इस पोस्टर के बाद इसकी सब जगह पर चर्चाएं हो रही हैं।
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