बीएचयू में योग करते समय छात्रा की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल ले जाने पर मृत घोषित, जानिये योगा कैसे बन गया जानलेवा

वाराणसी की बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में आयुर्वेद की शोध छात्रा अनुभा उपाध्याय की योगा करते समय अचानक तबीयत बिगड़ गई। नाक में खून निकलता देख उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। यहां डॉक्टरों ने जांच के बाद इस छात्रा को मृत घोषित कर दिया। अब सवाल उठता है कि सबको स्वस्थ करने वाला योगा इस छात्रा के लिए आखिकर क्यों जानलेवा साबित हो गया। चलिये बताते हैं इसके पीछे की वजह...
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फिजियोलॉजी डिपॉर्टमेंट के वैद्य सुशील दुबे ने बताया कि बीएचयू की शोध छात्रा अनुभा उपाध्याय आज मंगलवार सुबह सात बजे योगा कर रही थीं। इस दौरान अचानक वो बेहोश हो गई। उनकी नाक से खून बहने लगा। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने अनुभा को मृत घोषित कर दिया।
उन्होंने बताया कि अनुभा योगा करने से पहले पूरी तरह स्वस्थ नजर आ रही थी। बताया गया कि अनुभा टाकायासू आर्टराइटिस (Takayasu Arteritis) नाम एक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित थी। यह बीमारी महाधमनी को नुकसान पहुंचाती है। महाधमनी ही शरीर के सभी अंगों तक खून बहाने का कार्य करती है। अगर महाधमनी को नुकसान होता है तो कई गंभीर परिणाम आते हैं। टाकायासू आर्टराइटिस बीमारी से भारत में हर साल दो से तीन लोगों की मौत हो जाती है।
अनुभा की मौत से सब स्तब्ध
योगा करते समय अनुभा की मौत की खबर पाकर हर कोई इंसान स्तब्ध है। वैद्य सुशील दुबे ने बताया कि अनुभा क्रिया-शरीर विभाग डॉ. संगीता गहलोत के अंडर में आयुर्वेद में शोध कर रही थी। उसने स्नातक और परस्नातक पास किया था। उसने बीएचयू के मनोविज्ञान विभाग से डिप्लोमा भी किया था। उन्होंने बताया कि अनुभा मूल रूप से कुशीनगर की रहने वाली थी। उसकी बॉडी को बीएचयू अस्पताल की मर्चरी में रखी गई है। उसके माता-पिता को जानकारी दे दी गई है।
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