Kanpur Violence: जयंत चौधरी ने कानपुर हिंसा पर कसा तंज, बोले- अब जम्मू-कश्मीर जाने की जरूरत नहीं, ट्विटर यूजर्स भड़के

Kanpur Violence: जयंत चौधरी ने कानपुर हिंसा पर कसा तंज, बोले- अब जम्मू-कश्मीर जाने की जरूरत नहीं, ट्विटर यूजर्स भड़के
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कानपुर में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प मामले में पुलिस तेजी से कार्रवाई कर रही है। विपक्ष इस घटना को लेकर योगी सरकार पर हमला कर रहा है, लेकिन आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी ने ऐसा ट्वीट कर दिया है, जिससे सोशल मीडिया यूजर्स भड़क गए हैं।

उत्तर प्रदेश के कानपुर (Kanpur) में जुमे की नमाज के बाद दो समुदायों के बीच भड़की हिंसा (Violence) शांत हो गई है, लेकिन सियासत (Politics) चल रही है। योगी सरकार (Yogi Government) के सख्त निर्देशों और पुलिस (UP Police) की तत्परता से हिंसा के मास्टरमाइंड हयात जफर हाशमी गिरफ्तार (Mastermind Hayat Zafar Hashmi Arrested) हो चुका है तो वहीं अभी तक 18 आरोपी अरेस्ट हो चुके हैं।

पुलिस का कहना है कि इन सभी आरोपियों के खिलाफ एनएसए एक्ट (NSA Act) के तहत कार्रवाई की जाएगी और उनकी संपत्तियों को भी जब्त कर लिया जाएगा। करीब एक हजार आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है और उनकी धरपकड़ के लिए छापेमारी चल रही है। बता दें कि इसके बावजूद विरोधी दल (Opposition Party) योगी सरकार पर निशाना साधने में पीछे नहीं हैं। विशेषकर राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के प्रमुख जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) ने तो कानपुर हिंसा की तुलना आतंकवाद की मार झेल रहे जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) से कर दी है, जिससे लोग भड़क गए हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राष्ट्रीय लोकदल के प्रभारी जयंत चौधरी ने ट्वीट में लिखा, 'कानपुर के कुछ लोगों ने कश्मीर में धारा 370 हटाए जाने के बाद, श्रीनगर में ज़मीन ख़रीदने के सपने देखे होंगे। लेकिन आज देश, कश्मीर और कानपुर में इतनी मज़बूत सरकार है, कानपुर वसियों को कश्मीर जाने की ज़रूरत ही नहीं है!' जयंत चौधरी के इस ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स खासे नाराज हैं।

ट्विटर यूजर दिगम्बर नाहरवाल ने लिखा, 'कानपुर और कश्मीर में हिंसा फैलाने वाले आपके अपने हैं, जितनी प्रसंसा की जा सकती है कर लो क्योंकि दोनों स्थानों पर हुए रक्तपात से आपकी आत्मा को निश्चित प्रसन्नता मिली है।' त्रिलोकाचारी ने लिखा, 'शर्म आती है आप पर, कभी भी जेहादियों के खिलाफ़ नहीं बोलते। रुक जाओ जिस दिन ये... तुम्हारे घर के सामने आएगा तब अकल आएगी।'

एक अन्य ट्विटर यूजर माट ने लिखा, 'छोटे चौधरी बस इतने में बछड़ों की तरह उछलने लगे? मत भूलो, यूपी में सीएम योगी जी हैं। मवालियों की पहचान हो गई है। बुलडोजर तैयार है। रही कश्मीर की बात तो कल गृह मंत्री, एनएसए, रॉ चीफ और लेफ्टिनेंट गवर्नर भजन करने के लिए एकत्र नहीं हुए थे। मुसलमान वोट के लिए इतना मत गिरो चौधरी साब।' इसी प्रकार अन्य ज्यादातर यूजर्स भी जयंत चौधरी पर ताबड़तोड़ हमला बोल रहे हैं।

मायावती ने भी साधा निशाना

बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी कानपुर हिंसा को पुलिस और खुफिया तंत्र की विफलता को कारण बताया है। उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'मा. राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री जी के यूपी दौरे के दौरान ही कानपुर में दंगा व हिंसा भड़कना अति-दुःखद, दुर्भाग्यपूर्ण व चिन्ताजनक तथा पुलिस खुफिया तंत्र की भी विफलता का द्योतक। सरकार को समझना होगा कि शान्ति व्यवस्था के अभाव में प्रदेश में निवेश व यहां का विकास कैसे संभव?'

उन्होंने आगे लिखा, 'सरकार इस घटना की धर्म, जाति व दलगत राजनीति से ऊपर उठकर स्वतंत्र व निष्पक्ष उच्च-स्तरीय जांच कराकर दोषियों के विरूद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई करें ताकि ऐसी घटना आगे न हो। साथ ही, लोगों से शान्ति व कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उत्तेजक भाषणों आदि से बचने की भी अपील।'

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