आरएसएस के लखनऊ समेत छह कार्यालयों को बम से उड़ाने की मिली धमकी, जानिये पीछे की वजह

आरएसएस के लखनऊ समेत छह कार्यालयों को बम से उड़ाने की मिली धमकी, जानिये पीछे की वजह
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यह धमकी संघ से जुड़े डॉ. नीलकंठ मणि पुजारी को व्हाट्सएप पर मिली है। विदेशी नंबर के व्हाट्सएप पर यह धमकी हिंदी, अंग्रेजी और कन्नड़ भाषा में है। पुलिस ने आरएसएस कार्यालयों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow) के अलीगंज और नवावगंज में स्थित आरएसएस कार्यालय (RSS Offices) समेत कुछ छह कार्यालयों को बम से उड़ाने की धमकी (Bomb Threat) मिली है। यह धमकी संघ से जुड़े डॉ. नीलकंठ मणि पुजारी को व्हाट्सएप (Whatsapp) पर मिली है। तीन भाषाओं में भेजे गए संदेश में लिखा गया है कि रविवार की रात आठ बजे इन कार्यालयों को बम से उड़ा देंगे। शिकायत मिलने के बाद मड़ियांव थाना पुलिस (Police) ने आला अधिकारियों को मामले से अवगत करा दिया है, साथ ही संघ कार्यालयों की सुरक्षा बढ़ाकर जांच शुरू कर दी है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नीलकंठ तिवारी ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उन्हें व्हाट्सएप पर संघ के कार्यालयों को बम से उड़ाने की धमकी है। इनमें लखनऊ के अलीगंज, उन्नाव के नवाबगंज और कर्नाटक में चार स्थानों पर स्थित संघ के कार्यालयों को बम से उड़ाने की धमकी व्हाट्सएप मैसेज से मिली है। यह धमकी वाला मैसेज हिंदी, अंग्रेजी और कन्नड़ भाषा में है। इसमें कार्यालयों के नाम के साथ लिखाा है कि आपके छह पार्टी कार्यालय पर बमबारी की जाएगी 8 बजे। हो सके तो विस्फोट को रोक लो।

इस संबंध में लखनऊ के मड़ियांव थाना के एसएचओ ने बताया कि हम इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं। आला अधिकारियों को पूरे मामले से अवगत कराया है। मामले में धारा 507 और आईटी एक्ट 66 के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस मामले में जांच कर रही है। वहीं संघ के इन कार्यालयों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

बता दें कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के पिछले दिनों दिए बयानों से कई लोग गुस्से में हैं, जो कि नहीं चाहते कि हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच सद्भाव बने रहे। ऐसे लोग दोनों ही समुदायों से हैं। दरअसल, मोहन भागवत ने कहा था कि हर मस्जिद की नींव खोदना देश की एकता के लिए ठीक नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया था कि अब आरएसएस ऐसे किसी आंदोलन से नहीं जुड़ेगा। इस पर एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी समेत कई मौलियों ने जहां मोहन भागवत के बयान को भरोसे लायक नहीं बताया तो वहीं हिंदु पक्ष की ओर से भी कई लोगों ने मोहन भागवत के बयान को कहीं बढ़ती उम्र का हवाला देकर तो कहीं जुबान फिसलना बताया था। मोहन भागवत के बयान का समर्थन करने वाले भी दोनों समुदायों से हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि मोहन भागवत के बयान से आहत होने वाले किसी शख्स ने यह धमकी दी होगी। बहरहाल पुलिस धमकी देने वाले की पहचान में जुट गई है।

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