नोएडा के श्रीकांत त्यागी की पत्नी अनु से मिला सपा का डेलीगेशन, बोलीं- मेरे पति की जान को खतरा

नोएडा (Noida) के सेक्टर-93बी स्थित ग्रैंड ओमेक्स सोसायटी (Grand Omaxe Society) में पांच अगस्त को महिला से बदसलूकी करने वाले श्रीकांत त्यागी (Shrikant Tyagi) के परिवार से आज समाजवादी पार्टी के नौ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के निर्देश पर इस प्रतिनिधिमंडल ने श्रीकांत त्यागी की पत्नी अनु त्यागी (Anu Tyagi) और मामी इंगिला त्यागी (Ingila Tyagi) से बातचीत की। यह प्रतिनिधिमंडल दूसरा पक्ष भी सुनना चाहता था, लेकिन सोसायटी की महिलाओं ने बात करने से साफ इनकार कर दिया। अब प्रतिनिधिमंडल रिपोर्ट तैयार करके प्रदेश कार्यालय में प्रेषित करेगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री नारद राय की अध्यक्षता में आज नौ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल श्रीकांत त्यागी की पत्नी अनु त्यागी और इंगिला त्यागी से मिलने के लिए पहुंचा। करीब 40 मिनट चली बातचीत के दौरान अनु त्यागी ने बताया कि उनका और उनके बच्चों का कोई कसूर नहीं था। फिर भी हमें प्रताड़ित किया। उन्होंने यह भी बताया कि मेरे पति श्रीकांत त्यागी को जेल में जान का खतरा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस उनके पति श्रीकांत का एनकाउंटर भी कर सकती है।
सपा की नोएडा इकाई नाराज
उधर, मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से बताया जा रहा है कि सपा के इस कदम से पार्टी की नोएडा इकाई बेहद नाराज है। उनका कहना है कि इससे पार्टी को नुकसान होगा। बता दें कि सपा के प्रदेशाध्यक्ष नरेश उत्तम की ओर से जारी पत्र में कहा गया था कि पार्टी का नौ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल श्रीकांत त्यागी की पत्नी से मिलेगा। पत्र में लिखा था कि यह प्रतिनिधिमंडल अनु त्यागी और इंगिला त्यागी को पांच अगस्त से नौ अगस्त तक पुलिस हिरासत में लेकर उनके साथ हुए उत्पीड़न एवं शोषण की सही जानकारी लेगा। इसके बाद रिपोर्ट तैयार करके प्रदेश कार्यालय में भेजी जाएगी।
सोसायटी की महिलाएं भी नाराज
बताया जा रहा है कि सपा ने सोसायटी की रहने वाली महिलाओं से भी मुलाकात का समय मांगा था ताकि दोनों पक्षों को सुना जा सके। सपा ने श्रीकांत त्यागी की बदसलूकी की शिकार पीड़ित महिला से भी समय मांगा। पीड़ित महिला के साथ ही सोसायटी की रहने वाली अन्य महिलाओं ने भी सपा के प्रतिनिधिमंडल से मिलने से इनकार कर दिया। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि एक पक्ष को सुनकर कैसे मामले की निष्पक्ष जांच होगी।
प्रतिनिधिमंडल पर भी उठ रहे सवाल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सपा ने जो प्रतिनिधिमंडल बनाया है, उसमें हत्यारोपी भी शामिल है। आरोप है कि इस प्रतिनिधिमंडल के सदस्य ने अपने पिता और भाई के साथ मिलकर नाली के विवाद में हरिओम त्यागी नामक शख्स की हत्या कर दी थी। आरोपी नोएडा के सुल्तानपुर गांव का रहने वाला है और फिलहाल जमानत पर है। विपक्ष का आरोप है कि ऐसा श्ख्स कैसे मामले की जांच करेगा, जो स्वयं ही हत्या जैसे संगीन वारदात में आरोपी है। दूसरे पक्ष का कहना है कि त्यागी समाज को गुमराह करके सपा वोटों की राजनीति करना चाहती है।
त्यागी समाज बेहद आक्रोशित
सपा और बीजेपी के बीच भले ही इस मामले को लेकर सियासत तेज हो जाएगी, लेकिन त्यागी समाज बीजेपी के प्रति बेहद आक्रोशित है। त्यागी समाज ने पहले जहां नोएडा में महापंचायत करके श्रीकांत त्यागी के खिलाफ मामले वापस करने की मांग की थी, वहीं श्रीकांत त्यागी ने मेरठ पहुंचकर सीएम योगी आदित्यनाथ की बैठक चलने के दौरान कलेक्ट्रेट के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था। इस दौरान भी त्यागी समाज के लोग मौजूद थे। त्यागी समाज का कहना है कि श्रीकांत त्यागी पर महिला से बदसलूकी का मामला दर्ज होना चाहिए था, लेकिन उसके खिलाफ संगीन धाराएं लगा दी गईं। त्यागी समाज ने चेतावनी दी थी कि अगर संगीन धाराओं को वापस नहीं लिया गया तो बीजेपी के खिलाफ महाआंदोलन चलाएंगे।
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