सपा को मजबूत करने के लिए अखिलेश यादव ने 18 सदस्यीय दल किया गठित, पढ़िये किन्हें मिली क्या जिम्मेदारी

सपा को मजबूत करने के लिए अखिलेश यादव ने 18 सदस्यीय दल किया गठित, पढ़िये किन्हें मिली क्या जिम्मेदारी
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यह 18 सदस्यीय दल 2024 में प्रस्तावित लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सपा को मजबूत बनाने की दिशा में काम करेगा। इसके लिए बूथ स्तर तक सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। साथ ही, सत्ता पक्ष के दावों की हकीकत खोली जाएगी। पढ़िये पूरी रणनीति...

उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2022) की तैयारियों में जहां भारतीय जनता पार्टी (BJP) पहले से ही तैयारियों में जुट गई है, वहीं समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) भी अब अलर्ट मोड पर आ गई है। सपा की प्रदेश और जिला कार्यकारिणी के साथ ही फ्रंटल संगठन भंग करने के बाद अब अखिलेश यादव ने नए 18 सदस्यीय दल का गठन किया है। खास बात है कि इसमें सपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ ही बीजेपी और बीएसपी (BSP) छोड़कर आए नेताओं को भी अहम जगह दी गई है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सपा प्रमुख अखिलेश यादव की ओर से गठित इस 18 सदस्यीय दल में पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष नरेश उत्तम मित्तल, विधान परिषद सदस्य स्वामी प्रसाद मौर्य, विधायक इंदजीत सरोज, विधायक रामअचल राजभर और विधायक मजबूब अली का नाम शामिल है। इसके अलावा पूर्व मंत्री नरेंद्र वर्मा, पूर्व मंत्री दयाराम पाल, पूर्व मंत्री किरनपाल कश्यप, पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोप, पूर्व मंत्री रामआसरे विश्वकर्मा, पूर्व विधानपरिषद सदस्य अरविंद कुमार सिंह, पूर्व विधान परिषद सदस्य नेता प्रतिपक्ष संजय लाठर, पूर्व विधान परिषद सदस्य शशांक यादव, समाजवादी बाबा साहेब अंबेडकर वाहिनी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष मिठाई लाल, सपा शिक्षक प्रकोष्ठ के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रोफेसर बी पाण्डेय, पूर्व जिलाध्यक्ष समाजवादी पार्टी गाजीपुर राजेश कुशवाहा के साथ ही सपा के केके श्रीवास्तव और डॉ. हरिश्चंद को भी दल में शामिल किया गया है।

इन कार्यों की होगी जिम्मेदारी

यह 18 सदस्यीय दल 2024 में प्रस्तावित लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सपा को मजबूत बनाने की दिशा में काम करेगा। इसके लिए बूथ स्तर तक सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। साथ ही, सत्ता पक्ष के दावों की हकीकत खोली जाएगी। यही नहीं, यह दल सपा शासन में हुए विकास कार्यों को भी जनता के सामने रखेंगे।

बता दें कि लखनऊ में कल सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में बड़ी बैठक का आयोजन किया था। इसमें भी सभी जिलों के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को बुलाया था, जिसमें 2024 लोकसभा चुनाव के लिए एजेंडा से अवगत कराया था। अब अखिलेश यादव भी चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला बीजेपी गठबंधन और सपा गठबंधन के बीच रहा। हालांकि महान दल ने सपा से गठबंधन तोड़ दिया था, वहीं अब सुभासपा भी सपा से अलग होने की तैयारी कर रहा है। ऐसे में सपा इन चुनौतियों से किस तरह निपटेंगे, यह देखना रोचक रहेगा।

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