ओपी राजभर का अखिलेश यादव पर प्रहार, बोले- उनके नेतृत्व में सपा ने एक भी चुनाव नहीं जीता

ओपी राजभर का अखिलेश यादव पर प्रहार, बोले- उनके नेतृत्व में सपा ने एक भी चुनाव नहीं जीता
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आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा उपचुनाव में सपा की हार के बाद से ओपी राजभर नाराज हैं। उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर हमला कर रहे हैं। पढ़िये क्या कहा...

समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के सहयोगी दल सुभासपा (SBSP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर (OP Rajbhar) ने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने कहा है कि अगर वातानुकूलित कमरों में बैठकर चुनाव जीते जाते तो बीजेपी (BJP) नहीं जीतती। चुनाव जीतने के लिए धरातल पर उतरना पड़ता है। यही नहीं, ओपी राजभर ने यह तक कह डाला कि अगर विपक्ष (Opposition) का ऐसा ही रवैया रहा तो यूपी में 2024 के लोकसभा चुनाव (UP Lok Sabha Elections 2024) में बीजेपी सभी 80 सीटों पर जीत हासिल कर लेगी।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तर प्रदेश की आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीटों के उपचुनाव में समाजवादी पार्टी को बीजेपी से हार का सामना करना पड़ा। यह दोनों सीटें सपा का गढ़ मानी जाती थी। ओपी राजभर ने कहा कि इस उपचुनाव में बीजेपी की जीत दिखाती है कि अब राजनीति बदल गई है। उन्होंने सपा अध्यक्ष पर प्रहार करते हुए कहा कि अखिलेश यादव अपने दम पर नहीं बल्कि अपने पिता मुलायम सिंह यादव की कृपा से मुख्यमंत्री बने थे। वर्ष 2012 का विधानसभा चुनाव मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व में हुआ था और अखिलेश को मुख्यमंत्री बनवा दिया।

उन्होंने कहा कि इसके बाद जब भी चुनाव आए, सब अखिलेश यादव के नेतृत्व में लड़े गए। इसके बावजूद एक भी चुनाव में जीत हासिल नहीं हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि अखिलेश यादव रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव के लिए भी प्रचार करने नहीं गए। उन्होंने कहा कि वातानुकूलित कमरों में बैठकर चुनाव नहीं जीते जाते।

ओपी राजभर ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि यूपी में 2022 के लोकसभा चुनाव में सभी 80 सीटों पर बीजेपी जीत सकती है। उन्होंने कहा कि बीजेपी यह दावा इसलिए कर रही है क्योंकि विपक्षी नेताओं का रवैया वही पुराना है। अगर विपक्षी नेताओं ने अपना रवैया नहीं बदला तो बीजेपी ही सभी सीटें जीत सकती है।

उन्होंने कहा कि बसपा, सपा और अन्य सभी विपक्षी दलों को एकजुट होकर चुनाव लड़ना होगा। उन्होंने अखिलेश यादव को नसीहत दी कि 2024 के लोकसभा चुनाव में 80 सीट में से 60 सीट पर स्वयं (सपा) लड़ें और 20 सीट पर सहयोगी दलों को चुनाव लड़ाएं। ऐसा नहीं हुआ तो बीजेपी जीत सकती है।

इसलिए नाराज ओपी राजभर

बता दें कि सुभासपा ओपी राजभर उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव का टिकट न मिलने पर अखिलेश यादव से नाराज थे। महान दल ने तो सपा से गठबंधन भी तोड़ लिया था। इसके बाद कयास लग रहे थे कि सुभासपा भी गठबंधन से अलग हो सकता है। आजमगढ़ लोकसभा सीट पर सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव जब ओपी राजभर से मिले तो उन्होंने चुनाव प्रचार करने में हामी भर दी। धर्मेंद्र यादव सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के भतीजे हैं। ओपी राजभर ने गांव-गांव जाकर धर्मेंद्र यादव के लिए प्रचार किया। इसके बावजूद आरोप है कि अखिलेश यादव उपचुनाव के लिए प्रचार करने नहीं गए।

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