यूपी में कब तक स्टूडेंट्स रहेंगे रामभरोसे, मोदीनगर के बाद आज कानपुर में पलटी स्कूल बस, नशे में मिला ड्राइवर

यूपी में कब तक स्टूडेंट्स रहेंगे रामभरोसे, मोदीनगर के बाद आज कानपुर में पलटी स्कूल बस, नशे में मिला ड्राइवर
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मोदीनगर स्कूल बस हादसे के एक दिन बाद आज कानपुर में जीटी रोड पर एक स्कूल बस डिवाइडर से टकराकर पलट गई। हादसे में स्कूल बस बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। गनीमत यह रही कि बस में कोई भी छात्र सवार नहीं था। सवाल यह है कि नियमों का पालन न करने वाली स्कूली बसों और इन बसों को लापरवाही से चलाने वालों पर आखिर कब तक सख्त कार्रवाई हो पाएगी?

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मोदीनगर (Modinagar) में स्कूल बस (School Bus) टर्न करते समय खिड़की से बाहर सिर निकालकर उल्टी कर रहे चौथी क्लास के बच्चे की दर्दनाक मौत के एक दिन बाद आज कानपुर (Kanpur) में हादसा (Accident) हुआ है। हालांकि गनीमत यह रही कि स्कूल बस पलटने (School Bus Overturned) के वक्त कोई भी छात्र मौजूद नहीं था। बताया जा रहा है कि बस चालक नशे की हालत (Driver Found Intoxicated) में था। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर बेलगाम स्कूल बस चालकों पर नकेल कसने के साथ ही तमाम नियमों का पालन आखिर कब तक सुनिश्चित हो पाएगा?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कानपुर के गुबा गार्डन क्रॉसिंग के नजदीक जीटी रोड पर तेज रफ्तार स्कूली बस पलटी गई। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बस चालक नशे की हालत में लग रहा था। डिवाइड से टकराकर पलटने से बस बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। गनीमत यह रही कि बस के अंदर कोई भी स्कूली बच्चा नहीं था। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और पूछताछ शुरू की।

पूछताछ के दौरान पता चला कि यह ड्राइवर स्कूल से बच्चों को घर छोड़ने के लिए निकला था। पहली शिफ्ट के बच्चों को घर तक छोड़ने के बाद उसे दूसरी शिफ्ट के बच्चों को ले जाना था। रास्ते में उसने रावतपुर में रूककर शराब पी ली। इसके बाद बस की रफ्तार बढ़ा ली ताकि स्कूल पहुंचने में ज्यादा देरी न हो सके। इसके चलते नियंत्रण खो बैठा और बस डिवाइडर से टकराने के बाद पलट गई। हादसे में बस चालक को भी चोट लगी है, जबकि प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि वो नशे की हालत में लग रहा है। पुलिस बस चालक का मेडिकल कराएगी और मामले के जांच के बाद आगे की कार्रवाई करेगी।

बता दें कि एक दिन पहले मोदीनगर में भी दुखद घटना सामने आई थी, जहां बस चालक की लापरवाही के चलते 11 वर्षीय अनुराग भारद्वाज की दर्दनाक मौत हो गई थी। दयावती पब्लिक स्कूल की बस में सवार अनुराग भारद्वाज की तबीयत खराब थी। उसने उल्टी करने के लिए सिर खिड़की से बाहर निकाला तो बस टर्न करते समय उसका सिर गेट की दीवार से टकरा गया। इकलौते बेटे की मौत की खबर पाकर परिजनों के पांव तले जमीन भी हिल गई।

गुस्साए लोगों ने मौके पर प्रदर्शन किया और भारी बवाल के बाद पुलिस ने स्कूल प्रबंधक उमेश कुमार मोदी, प्रिंसिपल नेत्रपाल सिंह और बस चालक ओमबीर के खिलाफ हत्या की धाराओं में केस दर्ज किया गया था। आज भी गुस्साए लोगों ने सड़क पर जाम लगाकर अपना विरोध दर्ज कराया है। लोग मांग कर रहे हैं कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए और स्कूली बसों को सुरक्षित बनाया जाए।

स्कूल बसों के लिए बनाए गए हैं यह नियम

- सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार स्कूल बस पीले रंग से पेंट होनी चाहिए।

- बस के आगे व पीछे ऑन स्कूल ड्यूटी लिखा हो।

- ड्राइवर को कम से कम 5 साल का वाहन चलाने का अनुभव हो।

- ट्रांसपोर्ट परमिट होना चाहिए।

- सीएनजी किट एक्सपर्ट और वैध जगह से प्रमाणित हो।

- सभी खिड़कियों के बाहर लोहे की ग्रिल हो।

- अग्निशमन यंत्र लगा होना चाहिए।

- स्कूल का नाम और फोन नंबर होना चाहिए।

- दरवाजे में ताला लगा होना चाहिए

- सीटों के बीच पर्याप्त जगह होनी चाहिए।

- स्कूली बस में कंडक्टर होना चाहिए

- अगर छात्राएं या टीचर हों तो महिला कंडक्टर होना चाहिए

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