ओपी राजभर को बड़ा झटका, 15 साल पुराने करीबी शशि प्रकाश ने छोड़ी पार्टी, बोले- उनसे बड़ा झूठा कोई नहीं

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर (OM Prakash Rajbhar) के 15 साल पुराने करीबी शशि प्रकाश सिंह (Shashi Prakash Singh) ने पार्टी छोड़ दी है। वाराणसी (Varanasi) में पार्टी छोड़ने का ऐलान करते हुए शशि प्रकार ने ओपी राजभर (OP Rajbhar) पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि राजभर केवल लालची हैं और पैसों के लिए ही राजनीति दल व अपने बयान बदलते रहते हैं। उन्होंने आज अपनी पार्टी की घोषणा, जिसका नाम राष्ट्रीय समता पार्टी (Rashtriya Samta Party) रखा गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सुभासपा के प्रदेश प्रवक्ता शशि प्रताप सिंह ने कहा कि मैं पिछले करीब 15 सालों से ओपी राजभर से जुड़ा हूं। उनके साथ साये की तरह रहा हूं और उन्हें अच्छी तरह जानता हूं। उन्होंने आरोप लगाया कि ओपी राजभर जितना झूठ बोलते हैं, उतना कोई भी अन्य इंसान नहीं बोल सकता। उनको सिर्फ पैसों का लालच है।
उन्होंने कहा कि राजभर ने बसपा से राजनीतिक कैरिअर की शुरुआत की और इसके बाद अपना दल में आ गए। यहां पैसों को लेकर विवाद हुआ तो उन्होंने अपना दल छोड़ दिया। शशि प्रताप ने कहा कि 2017 में बीजेपी के सहयोग से ओपी राजभर ने चार सीटें जीतीं। इसके बाद पिछले विधानसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी का साथ छोड़ दिया और सपा से गठबंधन कर लिया।
शशि प्रकाश ने कहा कि हमारी विचारधारा चाहे अलग हो, लेकिन हम सनातनी हैं। यह बात ओपी राजभर को समझ नहीं आई। उन्होंने विधानसभा चुनाव से पहले बयान दे दिया कि वो भगवान राम को नहीं जानते। इससे लोगों की भावनाएं आहत हुई और सपा गठबंधन को नुकसान झेलना पड़ा।
शशि प्रकाश ने आगे कहा कि ओपी राजभर की ब्लैकमेल करने की राजनीति कभी थम नहीं सकती। राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू के डिनर में शामिल होने गए और ऐसे संकेत दिया कि वो द्रौपदी मुर्मू को ही समर्थन देंगे। बाद में यह बयान दे दिया कि सपा के समर्थन वाले प्रत्याशी को ही वोट देंगे। उन्होंने कहा कि राजभर यह सब अखिलेश यादव को ब्लैकमेल करना चाह रहे हैं और इसके पीछे की वजह कोई भी आसानी से समझ सकता है।
उन्होंने कहा कि ओपी राजभर केवल पैसों की राजनीति जानते हैं और मैं ऐसी राजनीति में न तो विश्वास रखता हूं और न ही ऐसे माहौल को बर्दाश्त कर सकता हूं। उन्होंने कहा कि मेरे साथ गाजीपुर, बलिया, आजमगढ़ के सैकड़ों कार्यकर्ता मेरे साथ हैं। हम भविष्य में मेहनत करके अपनी पार्टी को मजबूत बनाएंगे।
सुभासपा प्रवक्ता ने भी किया तीखा प्रहार
उधर, सुभासपा के प्रवक्ता सुनील अर्कवंशी ने शशि प्रताप सिंह पर भी पलटवार किया। उन्होंने कहा कि शशि प्रताप ने पार्टी नहीं छोड़ी, बल्कि उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने के कारण उन्हें निकाला गया है। शशि प्रताप सिंह के आरोपों पर सुनील अर्कवंशी ने कहा कि उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। उन्होंने दावा किया कि शशि प्रताप की पार्टी एक महीने में खत्म हो जाएगी। उन्होंने यहां तक प्रहार किया कि इस पार्टी का नाम समता पार्टी की बजाय कचरा पार्टी होना चाहिए था।
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