प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव सीतापुर जेल में आजम खान से मिले, जानिये क्या है आगे की रणनीति?

प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव सीतापुर जेल में आजम खान से मिले, जानिये क्या है आगे की रणनीति?
X
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के संरक्षक शिवपाल यादव पिछले काफी समय से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से नाराज चल रहे हैं। सपा विधायक आजम खान भी अखिलेश से बंद हैं। ऐसे में आजम खान से मिलकर शिवपाल यादव नया मोर्चा तैयार करने की रणनीति तैयार कर सकते हैं।

समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को आजम खान (Azam) से कोई शिकायत नहीं है, लेकिन अपने चाचा शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) से नाराज हैं। उन्होंने कहा था कि जो बीजेपी (BJP) के संपर्क में हैं, वो जहां चाहे, वहां जा सकते हैं। वहीं अखिलेश यादव ने आजम खान से चली गलतफहमी को दूर करने की बात कही थी। अखिलेश यादव का यह बयान आते ही शिवपाल यादव ने आजम खान से मिलने का निर्णय ले लिया है। वे आज सीतापुर जेल (Sitapur Jail) में बंद आजम खान से मिले। उन्होंने कहा कि आगे की रणनीतिक जल्द स्पष्ट करूंगा।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के संरक्षक शिवपाल यादव पिछले काफी समय से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से नाराज चल रहे हैं। अखिलेश यादव को आजम खान के समर्थकों की भी भारी नाराजगी झेलनी पड़ रही है। आजम खान के समर्थक तो यहां तक आरोप लगा चुके हैं कि वे आजम खान को जेल से बाहर निकालने का प्रयास नहीं कर रहे। आजम खान के समर्थकों के कपड़ों से भी अखिलेश यादव को बदबू आती है। आजम खान का समर्थन करने वाले कई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने तो सपा से इस्तीफा दे दिया था।

प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव ने पिछले दिनों अपनी पार्टी की सभी इकाइयों और प्रकोष्ठों को भंग कर दिया था और नए सिरे से संगठन तैयार करने की बात कही थी। इसी कड़ी में शिवपाल यादव नया संगठन बनाने के लिए आजम खान का रूख भी जानना चाहते हैं। अगर स्पष्ट हो जाता है कि अखिलेश यादव को छोड़कर आजम खान शिवपाल यादव को चुनते हैं तो यह सियासी गलियारे की सबसे बड़ी खबर होगी।

इसके पीछे का कारण यह भी है कि रामपुर से विधायक आजम खान को सपा का कद्दावर मुस्लिम चेहरा माने जाते हैं। पिछले दो सालों से सीतापुर की जेल में बंद है। जेल में बंद रहने के बावजूद उन्होंने अपना चुनाव जीता है। इसका प्रमाण है कि जनता के बीच उनका कितना प्रभाव है। अगर आजम खान सपा को छोड़ देते हैं तो आने वाले चुनाव में सपा को ज्यादा नुकसान झेलना पड़ सकता है।

Tags

Next Story