UP Assembly Election में उतरने के लिए इन्होंने पीएम मोदी से लेकर प्रियंका और मायावती से लगाई टिकट की गुहार, बोले- पास नहीं धनबल या बाहुबल

UP Assembly Election में उतरने के लिए इन्होंने पीएम मोदी से लेकर प्रियंका और मायावती से लगाई टिकट की गुहार, बोले- पास नहीं धनबल या बाहुबल
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उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले की तीन विधानसभा सीटों में से किसी से भी टिकट देने की लगाई गुहार। भाजपा, कांग्रेस, सपा और बसपा को भेजा ई-मेल।

हाईटेक शहर नोएडा में दबते गांवों की आवाज बनकर आगे आये समाजसेवी और आरटीआई एक्टिविस्ट रंजन तोमर ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Election 2022) में अपनी दावेदारी पेश की है। इसके लिए उन्होंने भाजपा से लेकर सपा, बसपा और कांग्रेस से टिकट की मांग की है। रंजन बोले कि मेरे पास नहीं धनबल या बाहुबल, लेकिन चुनाव (Election) जीत कर लोगों की सेवा करना चाहता हूं।

एक या दो नहीं 81 गांवों की बन रहे हैं आवाज

सोशल वर्कर और आरटीआई एक्टिविस्ट रंजन तोमर पिछले 7 सालों से शहर में समाजसेवा के कार्यों में जुटे हैं। रंजन तोमर ने उत्तर प्रदेश में होने वाले चुनावों के लिए गौतम बुद्ध नगर जिले की तीनों विधानसभा सीट (Assembly Election Seat's) नोएडा, दादरी और जेवर से चुनाव में उतरने के लिए टिकट की मांग की है। यह मांग उन्होंने ई मेल के जरिये भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी , भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की है। वहीं रंजन ने बसपा सुप्रीमो मायावती, कांग्रेस प्रभारी प्रियंका वाड्रा गाँधी और समाजवादी से अखिलेश यादव एवं आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविन्द केजरीवाल से यह मांग की है। रंजन ने ग्रामीण क्षेत्रों से जुड़ने के लिए नोएडा विलेज रेसिडेट्स एसोसिएशन की स्थापना की थी। वह अपनी इस एसोसिएशन के जरिये गांवों के विकास को लेकर लगातार क्षेत्र के अधिकारी से लेकर विधायकों से अपील करते रहते हैं।

ऐसे पेश की टिकट के लिए दांवेदारी

समाजसेवी रंजन ने कहा कि वह पिछले 7 सालों से समाजसेवा कर रहे हैं। पीएचडी के छात्र हैं। ग्रामीण क्षेत्र के नोवरा (Novra) का गठन कर काम कर रहे हैं। वहीं उनका संगठन पर्यावरण, लोकतंत्र एवं शिक्षा पर काम कर रहा है। साथ ही वह आरटीआई कार्यकर्ता होने के नाते भ्रस्टाचार , मौलिक अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे हैं। यहां तक की जंगली जानवरों की लड़ाई भी वह लगातार लड़ रहे हैं। रंजन आरटीआई कानून और सिटीजन चार्टर पर दो किताबें भी लिख चुके हैं। उन्होंने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि न तो उनपर धनबल है और ना ही बाहुबल , ऐसे में देखना है कि कौन सी पार्टी ऐसी दिलेरी दिखाती है जो उन्हें टिकट दे।

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