गोरखनाथ मंदिर के बाहर पुलिसकर्मियों पर हमले के तार बड़ी साजिश से जुड़े! जानिये आरोपी ने क्या खुलासा किया?

गोरखनाथ मंदिर के बाहर पुलिसकर्मियों पर हमले के तार बड़ी साजिश से जुड़े! जानिये आरोपी ने क्या खुलासा किया?
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गोरखनाथ मंदिर के मुख्य द्वार के बाहर पुलिसकर्मियों पर रविवार को हमला करने वाले आरोपी अहमद मुर्तजा को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसने पूछताछ के दौरान कई विरोधाभास बयान दिए हैं। ऐसे में पुलिस आरोपी के परिजनों से भी पूछताछ कर रही है ताकि पूरी सच्चाई सामने आ सके।

गोरखनाथ मंदिर (Gorakhnath Temple) के मुख्य द्वार पर पुलिसकर्मियों पर हमले (Attack On Police) के तार किसी बड़ी साजिश (Big Conspiracy) से जुड़े होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा रहा है। रविवार को इस वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी ने जो खुलासा किया है, उस पर पुलिस को भी भरोसा नहीं है। मुख्यमंत्री कार्यालय (CM Yogi Office) ने भी इस घटना का संज्ञान लेकर पूरी जानकारी मांगी है। साथ ही, मामले की जांच एटीएस (ATS) ने भी शुरू कर दी है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गोरखनाथ मंदिर के मुख्य द्वार के बाहर पुलिसकर्मियों पर रविवार को हमला करने वाले आरोपी अहमद मुर्तजा को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसने पूछताछ के दौरान बताया है कि वो गोरखपुर के सिविल लाइंस का रहने वाला है। वो नौकरी छूटने के बाद मुंबई से आया और परेशान था। उसने सोचा कि वो मरना चाहता है। इसके लिए उसे लगा कि अगर पुलिस पर हमला करेगा तो वो उसे जान से मार देंगे। हालांकि उसके बयान से पुलिस इत्तेफाक नहीं रखती। खास बात है कि आरोपी कई सवालों का जवाब दे रहा है तो कई सवालों पर गुमराह कर रहा है।

विरोधाभासी बयानों से बड़ी साजिश का अंदेशा

आरोपी के विरोधाभास बयान को पुलिसकर्मियों पर हमले की वारदात को बड़ी साजिश से जुड़े तार दिखाई दे रहे हैं। आरोपी यह नहीं बता रहा कि आखिर उसे मरना था तो पुलिस के हाथों ही क्यों मरना चाहा? पास में पुलिस थाना भी ठीक सामने है, तो वहीं जाकर यह कोशिश क्यों नहीं की? आरोपी से यह सवाल भी पूछा गया कि अगर मरना था तो पुलिसकर्मियों ने रोकना चाहा तो वो ताबड़तोड़ हमला क्यों करता रहा और मंदिर के भीतर जाने का प्रयास क्यों किया? इसके अलावा भी कई सवाल है, जिसने आरोपी का कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दिया है।

जानिये क्या है अंदेशा

गोरखनाथ मंदिर हमेशा से आतंकियों के निशाने पर रहा है। कई बार गोरखनाथ मंदिर को बम से उड़ाने तक की धमकियां मिल चुकी हैं। वर्ष 2010 में गोरखनाथ मंदिर परिसर में स्थित भीम सरोहर ताल के पास 2010 में विस्फोट होने पर सनसनी फैल गई थी। हालांकि जांच में पता चला था कि वह दिवाली बम था। प्रमुख धार्मिक स्थल होने के साथ ही मुख्यमंत्री का आवास भी यहां है। ऐसे में सुरक्षा के दृष्टिगत इस वारदात को बड़ी साजिश के तौर पर भी देखा जा रहा है।

गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा बढ़ेगी

अयोध्या, काशी और मथुरा के मंदिरों तर्ज पर गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने की योजना प्रस्तावित है ताकि यहां भी कोई सुरक्षा घेरे को तोड़ न सके। गोरखनाथ मंदिर में एक एसपी की तैनाती कर दी गई है, लेकिन कमांडो और अन्य व्यवस्था होना बाकी है। इस हमले से खुफिया विभाग भी सतर्क हैं क्योंकि आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी ने आईआईटी मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। पूछताछ में पता चला कि वो किसी से ज्यादा बात भी नहीं करता है। गोरखपुर पुलिस के साथ ही एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (एटीएस) की टीम भी मामले की जांच कर रही है ताकि आरोपी के हमले की वारदात की असली वजह सामने आ सके। इस कड़ी में आरोपी के परिजनों से भी पूछताछ चल रही है।

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