अमरोहा में 50 साल पुरानी दरगाह में संदिग्ध हालात में लगी आग, गोरखनाथ और काशी विश्वनाथ मंदिर में बढ़ी सुरक्षा

अमरोहा में 50 साल पुरानी दरगाह में संदिग्ध हालात में लगी आग, गोरखनाथ और काशी विश्वनाथ मंदिर में बढ़ी सुरक्षा
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अमरोहा के मुस्लिम बहुल गांव में हजरत हातिम शाह की दरगाह पांच दशक पुरानी है, जिसमें रविवार की रात को संदिग्ध हालात में आग लग गई। इसमें दरगाह के ढांचा समेत धार्मिक किताबें जलकर नष्ट हो गई। उधर, रविवार की शाम गोरखपुर मंदिर हमला मामले के बाद सुरक्षा के भी सुरक्षा इंतजाम कड़े कर दिए गए हैं।

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गोरखनाथ मंदिर (Gorakhnath Temple) और काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple) के बाहर और भीतर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध (Security Arrangements) किए गए हैं। मंदिरों के भीतर जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति की गहन तलाशी ली जा रही है। साथ ही सीसीटीवी (CCTV) से भी चौतरफा चौकसी रखी जा रही है। उधर, अमरोहा जिले (Amroha District) में स्थित कांकरसराई में एक दरगाह में संदिग्ध हालात में आग लगी है, जिससे दरगाह का ढांचा और धार्मिक किताबें जलकर नष्ट (Fire In Dargah) हो गई हैं। पुलिस ने इस मामले में भी अज्ञात आरोपियों (Unknown Accused) के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमरोहा के मुस्लिम बहुल गांव में हजरत हातिम शाह की दरगाह पांच दशक पुरानी है। इसकी देखभाल की जिम्मेदारी ग्रामीण ही संभालते हैं। सोमवार की सुबह लोगों ने देखा कि दरगाह का ढांचा आग से जलकर नष्ट हो चुका है। दरगाह में रखी किताबें भी जल चुकी हैं। गुस्साए ग्रामीणों ने वरिष्ठ अधिकारियों को इस संबंध में जानकारी दी।

पुलिस ने मौके का मुआयना करने के बाद अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। अमरोहा के सर्किल ऑफिसर विजय राणा ने बताया कि दरगाह के भीतर दीया भी जलता था। सभी पहलुओं को आधार बनाकर मामले की जांच कर रहे हैं। गांव में पुलिस बल तैनात है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को होने से रोका जा सके।

गोरखनाथ मंदिर कांड के बाद बढ़ी सुरक्षा

गोरखनाथ मंदिर के बाहर सुरक्षाकर्मियों पर हमला होने के बाद सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। इसके साथ ही काशी विश्वनाथ मंदिर में भी सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं। बता दें कि गोरखपुर निवासी अहमद मुर्तजा ने रविवार की शाम को सुरक्षाकर्मियों पर जानलेवा हमला कर दिया था। इस दौरान उसने धार्मिक नारे भी लगाए और मंदिर के भीतर घुसने का भी प्रयास किया। आरोपी के परिजनों का कहना था कि उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है, लेकिन अभी तक की जांच से लग रहा है कि इस वारदात के पीछे किसी बड़ी आतंकी साजिश से तार जुड़े हैं। एटीएस इस वारदात की गहन जांच कर रही है।

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