यूपी में गर्भवती महिला के पेट में छोड़ा तौलिया, फिर 'सब कुछ बिकने तक' करते रहे इलाज

उत्तर प्रदेश के देवरिया से एक हैरान और परेशान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक गर्भवती महिला के पेट में ऑपरेशन के दौरान तौलिया छोड़ दिया गया। महिला को जब दर्द हुआ तो डॉक्टर तीन महीने तक उसका इलाज करते रहे। बाद में हर्निया बताकर रेफर कर दिया गया। हद तो तब हो गई, जब दूसरे अस्पताल में भी महिला के दर्द की असल वजह पकड़ी नहीं जा सकी। तीन दिन पहले जब एक अन्य अस्पताल में महिला का ऑपरेशन हुआ तो निजी अस्पताल की लापरवाही सामने आई। इस दौरान महिला ने न केवल असहनीय पीढ़ा सही, बल्कि आर्थिक नुकसान भी झेला। मामला सामने आने के बाद देवरिया के सीएमओ आलोक पांडेय ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह महिला अगस्त महीने में डिलीवरी के लिए अपने मायके गौरी बाजार गई थी। वहां एक निजी अस्पताल में उसकी सिजेरियन डिलीवरी कराई गई। डिलीवरी के बाद से महिला को पेट में दर्द था, जो लगा कि कुछ समय बाद ठीक हो जाएगा। जब दर्द ठीक नहीं हुआ तो उन्होंने अस्पताल में दिखाया। आरोप है कि यहां नवंबर तक महिला को एनीमिया बताकर उसका इलाज जारी रखा गया। जब महिला की हालत ज्यादा बिगड़ गई तो उसे गोरखपुर के एक अस्पताल में रेफर कर दिया गया।
आरोप है कि इस अस्पताल में भी महिला के दर्द की सही वजह पकड़ी नहीं जा सकी। इस दौरान किसी ने उसे गोरखपुर के अस्पताल का नाम बताकर वहां दिखाने के लिए कहा। महिला बताए गए अस्पताल में 29 जनवरी को भर्ती हुई। दो फरवरी को उसका ऑपरेशन किया गया तो पेट से तौलिया निकला। इस तौलिये की वजह से पेट में संक्रमण इस हद तक बढ़ चुका था कि महिला की बच्चादानी भी निकालनी पड़ी।
महिला का पति दिहाड़ी मजदूरी करता है। इस परिवार के तीन बच्चे हैं। परिवार का आरोप है कि जो थोड़ी बहुत जमीन थी, वो इलाज कराते हुए बिक गई। परिवार ने न्याय दिलाने की गुहार लगाते हुए सीएमओ ऑफिस में इसकी शिकायत दी। मामला सामने आने के बाद सीएमओ आलोक पांडेय ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
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