केंद्र की इनायत रही तो यूपी के 'विकास' को मिलेगी रफ्तार, केंद्र के आम बजट से प्रदेश को खास उम्मीदें...

केंद्र की इनायत रही तो यूपी के विकास को मिलेगी रफ्तार, केंद्र के आम बजट से प्रदेश को खास उम्मीदें...
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कोरोना संकट के चलते यूपी में चल रही विकास परियोजनाएं बहुत ज्यादा प्रभावित हुई हैं। विशेषकर पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड पर चलने वाली परियोजनाओं की रफ्तार धीमी पड़ी है। इसके अलावा पर्यटन, स्वास्थ्य जैसे क्षेत्र भी खासे प्रभावित हुए हैं। प्रदेश को उम्मीद है कि आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश की परिकल्पना साकार करने के लिए केंद्र की ओर से कई सौगातें मिलेंगी।

केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण अब से थोड़ी देर में आम बजट पेश करेंगी। कोरोना महामारी के बीच पेश हो रहे आम बजट से उत्तर प्रदेश को भी खास उम्मीदे हैं। केंद्र सरकार की ओर से यूपी को इस आम बजट में कई तरह की सौगातें मिल सकती हैं। आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना साकार करने के लिए किस तरह की राहत प्रदान की जाएगी, इस पर उद्यमियों की भी खास नजर हैं। वहीं, प्रदेश के किसान और महिलाएं भी इस आम बजट को लेकर बेहद आशान्वित हैं।

कोरोना संकट के चलते यूपी में चल रही विकास परियोजनाएं बहुत ज्यादा प्रभावित हुई हैं। विशेषकर पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड पर चलने वाली परियोजनाओं की रफ्तार धीमी पड़ी है। पीपीपी के लिए सहयोग न मिलने के कारण कई परियोजनाओं को पूरा करने की जिम्मेदारी सीधे प्रदेश सरकार के ऊपर आ गई है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि मोदी सरकार के इस आम बजट में यूपी की लंबित परियोजनाओं को पूरा करने के लिए अलग से कोई इंतजाम किया होगा।

इसके अलावा आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश की परिकल्पना साकार करने के लिए भी केंद्र की ओर से तोहफा मिल सकता है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत राशि आवंटन बढ़ाए जाने से लेकर दिल्ली-वाराणसी बुलेट ट्रेन परियोजना तक ऐसी कई उम्मीदें हैं, जो इस आम बजट में पूरी की जा सकती हैं। प्रदेश सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं के लिए भी केंद्र से राहत मिलने की उम्मीदे हैं।

नौकरीपेशा लोगों को मिले राहत

कोरोना के चलते इस बार कई लोगों की नौकरियां चली गईं। नौकरीपेशा लोगों को उम्मीद है कि इस बार टैक्स छूट में फायदा मिलेगा। पिछले साल के केंद्रीय बजट में नई आयकर व्यवस्था पेश की थी, जिसके तहत 0%, 5%, 10%, 15%, 20%, 25% और 30% टैक्स स्लैब बनाए गए थे। प्रदेश के नौकरीपेशा लोगों की औसत आय 5 लाख रुपये सालाना थी। अगर टैक्स स्लैब में छूट मिलती है तो इससे बड़ी आबादी को राहत मिलेगी।

पर्यटन से जुड़े लोग भी आशान्वित

कोरोना के चलते पर्यटन से जुड़े लोगों को भी नुकसान हुआ है। होटल इंडस्ट्रीज पूरी तरह से दम तोड़ गई है। ऐसे में पर्यटन से जुड़े तमाम सेक्टरों को राहत की उम्मीदे हैं। प्रदेश में किसानों और श्रमिकों की संख्या सबसे ज्यादा है। प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री सिंचाई योजना, आयुष्मान भारत योजना समेत तमाम सरकारी योजनाओं के लिए धनराशि में बढ़ोतरी की उम्मीद है, जिससे यूपी को सबसे ज्यादा फायदा होगा।

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