UP Assembly Election : CM योगी का विपक्ष का पर तंज, कहा- पूर्वी उत्तर प्रदेश में पिछली सरकारों ने लोगों के साथ नहीं की सहानुभूति

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (Assembly elections) होने के कुछ ही महीने बचे है। इसी के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने रविवार को राज्य के पूर्वी क्षेत्र के विकास की अनदेखी के लिए पिछली सरकारों पर निशाना साधा। मुख्यमंत्री योगी ने एक संवाददाता सम्मेलन में आगामी परियोजनाओं और पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों को होने वाले लाभों के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने कहा 7 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) एक उर्वरक संयंत्र, एम्स गोरखपुर और आईसीएमआर-क्षेत्रीय चिकित्सा अनुसंधान केंद्र (आरएमआरसी) का उद्घाटन करेंगे। उन्होंने आगे कहा यह पूर्वी उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ा निवेश है। इससे किसानों को न केवल यूरिया और उर्वरक उपलब्ध होंगे। साथ ही इससे रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा पिछली सरकारों ने राज्य के इस क्षेत्र में विकास के लिए कुछ काम नहीं किया है।
वही CM योगी ने पीएम मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा "जो विपक्ष के लिए नामुमकिन था, मोदी जी ने उसे मुमकिन बनाया है। जो विपक्ष के लिए संभव था, उसे मोदी जी ने संभव बनाया है ... (विपक्ष के लिए जो कुछ भी असंभव था) मुख्यमंत्री ने दावा किया कि पिछले 40 वर्षों में चिकित्सा सुविधाओं के अभाव में इंसेफेलाइटिस के कारण 50,000 बच्चों की मौत हुई है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में यहां बच्चों की असमय मौत हो जाती थी। उस समय की सरकारों ने प्रभावित लोगों के साथ सहानुभूति नहीं की। पिछले 40 सालों में इंसेफेलाइटिस से यहां 50 हजार बच्चों की मौत हुई है। समुचित व्यवस्था नहीं थी। इसको देखते हुए 2016 में पीएम मोदी ने एम्स गोरखपुर की आधारशिला रखी थी। जो अब बनकर तैयार है और पीएम मोदी इसका उद्घाटन करेंगे।
1977 में एन्सेफलाइटिस के रोगियों की पहचान की गई थी। उन रोगियों के नमूने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे भेजे गए थे। लंबे समय तक नमूने एनआईवी पुणे या किसी अन्य राष्ट्रीय केंद्र में भेजे गए थे। अब आईसीएमआर का एक क्षेत्रीय केंद्र एनआईवी पुणे की तर्ज पर गोरखपुर की स्थापना की गई है। पीएम मोदी अब 7 दिसंबर को इसका उद्घाटन करेंगे।
उन्होंने आगे कहा पिछले महीने पीएम मोदी ने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया था, जिसे लगभग 22,500 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बनाया गया था। एक्सप्रेसवे 6-लेन चौड़ा है और भविष्य में 8-लेन का विस्तारित किया जा सकता है, जो उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से के आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए तैयार है, 341 किलोमीटर लंबा है पूर्वांचल एक्सप्रेसवे लखनऊ-सुल्तानपुर रोड (एनएच-731) पर स्थित ग्राम चौदसराय, जिला लखनऊ से शुरू होता है और उत्तर प्रदेश-बिहार सीमा से 18 किलोमीटर पूर्व में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 31 पर स्थित गांव हैदरिया पर समाप्त होता है।
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