UP : विधानसभा चुनाव से पहले Congress-Bsp को बड़ा झटका, ये दो बागी और दबंग महिला विधायक भाजपा में हुई शामिल

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में विधानसभा चुनाव (Assembly elections 2022) होने के लिए कुछ महीने का समय बचा है। इसबीच अपनी जीत और पार्टियों के समीकरणों को देखते हुए नेताओं का दलों का बदलना शुरू हो गया है। इसी कड़ी में आज कांग्रेस और बसपा को यूपी में बड़ा झटका लगा है। इसकी वजह कांग्रेस की रायबरेली सदर सीट से विधायक अदिति सिंह (Aditi Singh) और बसपा विधायक वंदना सिंह का भाजपा में शामिल होना है। अदिति सिंह कांग्रेस की दबंग विधायकों की लिस्ट में शामिल हैं। वहीं वंदना सिंह आजमगढ़ की सगड़ी सीट से बसपा विधायक हैं।
दोनों महिला विधायकों को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने पार्टी में सदस्यता दिलाकर इसकी घोषणा की है। अदिति सिंह 2017 में पहली बार रायबरेली सदर से कांग्रेस सीट से विधायक बनी थीं। अदिति सिंह (Aditi Singh) की सबसे बड़ी पहचान यह है कि वह कांग्रेस के दिग्गज नेता और बाहुबली अखिलेश सिंह (Akhilesh Singh) की बेटी हैं। अखिलेश सिंह पांच बार विधायक रह चुके हैं। कुछ समय पहले ही उनका निधन हो गया था। उनकी मृत्यु के बाद से ही अदिति भाजपा के करीब रही हैं। इस बात का अंदाजा सदन में अदिति द्वारा भाजपा को सपोर्ट करने से ही लगाया जा रहा था। जिसको लेकर कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर अदिति की सदस्यता समाप्त करने की मांग की थी। इस से पहले ही अदिति ने मंगलवार को अदिति ने भाजपा की सदस्यता ले ली है। वहीं बता दें कि रायबरेली बीजेपी के लिए सबसे कमजोर इलाकों में से एक रहा है। इस सीट पर आज तक भाजपा का कोई भी उम्मीदवार जीत नहीं पाया। अब अदिति के भाजपा में शामिल होने से इस विधानसभा सीट से भाजपा का झंडा लहर सकता है।
अदिति सिंह के रूप में बीजेपी (BJP) को एक बड़ा चेहरा जरूर मिला है। यूपी चुनाव से पहले बीजेपी के लिए ये अहम फैसला हो सकता है। बता दें कि कुछ ही दिन पहले अदिति सिंह (Aditi Singh) ने कृषि कानूनों पर अपने बयान को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) पर निशाना साधा था।
उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) को कोई दिक्कत नहीं है। अदिति सिंह ने कहा था कि भले ही कृषि कानून वापस ले लिया गया हो, लेकिन वह (प्रियंका) मुश्किल में हैं। आखिर वे चाहते क्या हैं? उसे स्पष्ट रूप से कहना चाहिए। वे इस मामले पर सिर्फ राजनीति कर रहे हैं। वहीं बसपा विधायक वंदना सिंह आजमगढ़ के सगड़ी विधानसभा से विधायक हैं। यह सीट उनका गढ़ माना जाता है। इसकी वजह सगड़ी विधानसभा से उनके ससुर पूर्व वित्त मंत्री रामप्यारे सिंह का कब्जा होना था। वह यहां से विधायक बनकर मंत्री तक पहुंचे। इसके बाद इस सीट पर वंदना के पति सपा में शामिल होकर सगड़ी सीट से चुनाव लड़े और विधायक बने। उनकी हत्या के बाद वंदना भी राजनीति में उतरी और बसपा में शामिल हुई। यहां से 2017 में सगड़ी विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल कर विधानसभा पहुंची।
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