UP Assembly Elections 2022 : मेरठ में असदुद्दीन ओवैसी की रैली स्थगित, प्रशासन ने नहीं दी इजाजत, धरने पर बैठे नेता

UP Assembly Elections 2022 : मेरठ में असदुद्दीन ओवैसी की रैली स्थगित, प्रशासन ने नहीं दी इजाजत, धरने पर बैठे नेता
X
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में विधानसभा चुनाव ( Assembly Elections) से पहले सियासी पारा चढ़ गया है। राज्य के तमाम राजनीतिक दल रैलियों के जरिए अपने वोटरों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं।

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में विधानसभा चुनाव ( Assembly Elections) से पहले सियासी पारा चढ़ गया है। राज्य के तमाम राजनीतिक दल रैलियों के जरिए अपने वोटरों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं एआईएमआईएम (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) को मेरठ (Meerut) में रैली करनी थी। जिसे रद्द कर दिया गया है।

दरअसल मेरठ के जिला प्रशासन ने जनसभा की इजाजत नहीं दी। जिसके बाद ओवैसी को रैली टालनी पड़ी। उधर नौचंदी मैदान में रैली की इजाजत न मिलने के चलते एआईएमआईएम के नेता गुस्सा गए और धरने पर बैठ गए। एक कार्यकर्ताओं ने बताया कि जनसभा से एक रात पहले पुलिस प्रशासन ने मौके से टेंट हटाना शुरू कर दिया। इस घटना के बाद पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने विरोध करना शुरू कर दिया।

जिसके बाद एआईएमआईएम के पूर्व मेयर माजिद खान, यूपी प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली और अन्य नेता धरने पर बैठने लगे। मामला बढ़ने पर एसपी सिटी मौके पर पहुंचे और लोगों से बातचीत की। कुछ समय बाद बैठक का स्थान बदलने पर सहमति बनी। हालांकि ताजा खबर के मुताबिक रैली को रद्द कर दिया गया है।

जानिए क्या कहना है जिला प्रशासन का

वहीं एक अधिकारी ने कहा नौचंदी मैदान जिला पंचायत एवं नगर निगम की भूमि है। इसलिए कोई भी जनसभा या कार्यक्रम आयोजित करने से पहले दोनों विभागों से अनुमति लेनी पड़ती है। अगर इसे दोनों ने मंजूरी नहीं दी है तो प्रशासन नियमानुसार इसकी इजाजत नहीं दे सकता। बता दें ओवैसी इससे पहले भी राज्य में कई रैलियां कर चुके हैं और इसे राज्य की समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के लिए बड़ा खतरा माना जा रहा है। क्योंकि ओवैसी की रैलियों में काफी भीड़ जुट रही है। इस लिए ओवैसी की मेरठ में भी एक रैली सम्बोधित करने का प्लान बनाया था।

ओवैसी ने उत्तेर प्रदेश में राजभर से किया था गठबंधन

यूपी चुनाव से पहले एआईएमआईएम के साथी संकल्प मोर्चा में शामिल हुए थे। हालांकि, इस मोर्चे के एक घटक सुहेलदेव समाज पार्टी का समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन है। जबकि अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने साफ कर दिया है कि वह राज्य में एआईएमआईएम के साथ गठबंधन नहीं करेंगे। जिसके बाद ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) और ओवैसी के बीच गठबंधन टूट गया है। अब ओवैसी लगातार राज्य में अखिलेश यादव पर निशाना साध रहे हैं।

Tags

Next Story