UP Corona Update : लखनऊ में हालात और बिगड़े, खौफ ऐसा कि शव लेने भी नहीं पहुंच रहे परिजन, हर तरफ आंसू और खौफ का मंजर

UP Corona Update : लखनऊ में हालात और बिगड़े, खौफ ऐसा कि शव लेने भी नहीं पहुंच रहे परिजन, हर तरफ आंसू और खौफ का मंजर
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कोरोना की दूसरी लहर उत्तर प्रदेश पर जमकर कहर बरपा रही है। राजधानी लखनऊ में तो हालात इतने बेकाबू हो चुके हैं कि कोरोना संक्रमित मरीजों को न अस्पतालों में बेड मिल पा रहा है और न ही दवा। हालात का अंदाजा यहां से लगाया जा सकता है कि महामारी में जान गंवाने वाले लोगों के अंतिम संस्कार के लिए भी वेटिंग मिल रही है।

उत्तर प्रदेश में कोरोना का कहर (Corona Havoc) लगातार जारी है। विशेषकर लखनऊ (Lucknow) में तो हालात इतने ज्यादा बिगड़ गए हैं कि लोग इस महामारी में जान गंवाने वाले अपने पारिवारिक सदस्य का शव लेने तक से पीछे हट रहे हैं। ताजा हालात देखकर कहा जाए कि कोरोना के आगे राजधानी लखनऊ में भी तमाम व्यवस्थाएं ढह गई हैं तो गलत नहीं होगा।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक लखनऊ में बीते 24 घंटे में 6528 नए मरीज सामने आए हैं। राजधानी के केजीएमयू अस्पताल (KGMU Hospital) में कोरोना संक्रमित मरीजों को न तो बेड मिल पा रहा है और न ही वैक्सीन। यहां भर्ती कोरोना संक्रमित मरीज के भाई भानू ने बताया कि दो दिन पहले उसके बड़े भाई की कोविड से मौत हो चुकी है। उसका छोटा भाई भी मरने की स्थिति में है। उन्होंने हॉस्पिटल स्टाफ से अपने भाई के लिए इंजेक्शन उपलब्ध कराने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने यह कहते हुए इनकार कर दिया कि ऐसा करने के लिए अभी तक कोई आदेश प्राप्त नहीं हुआ है। बता दें कि यह हालात केवल केजीएमयू के ही नहीं है, बल्कि तमाम अस्पतालों में बेड के लिए मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है।

दो दिन तक बेड नहीं मिला, आज सुबह मौत

लखनऊ में 60 साल के कोरोना संक्रमित मरीज अलीगंज निवासी सुशील कुमार श्रीवास्तव की आज सुबह मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि वे उन्हें ऑक्सीजन का सिलेंडर लगाकर दो दिन तक एक अस्पताल से दूसरे और दूसरे से तीसरे अस्पताल भागते रहे, लेकिन कहीं भी बेड नहीं मिला। गुरुवार की देर रात विवेकानंद अस्पताल में बेड मिला, लेकिन तब तक उनकी हालत बहुत ज्यादा बिगड़ चुकी थी। आज सुबह उन्होंने दम तोड़ दिया।

पूर्व मंत्री भगवती सिंह की मौत के बाद बेटे ने भी तोड़ा दम

पूर्व मंत्री भगवती सिंह की कोरोना संक्रमण से मौत होने के 12 दिन बाद उनके बेटे राकेश कुमार सिंह ने भी दम तोड़ दिया। उनका इलाज लोहिया अस्पताल में चल रहा था। राकेश के भाई को भी कोरोना हुआ है और इस वक्त वो ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं।

शव लेने नहीं पहुंचे परिजन

केजीएमयू से ही ऐसा मामला सामने आया, जहां कोरोना संक्रमित मरीज की मृत्यु होने के बाद परिजन उसका शव लेने भी नहीं पहुंचे। इस मरीज का नाम सायबा बताया गया है। परिजन उसे खुद अस्पताल लेकर पहुंचे थे, लेकिन उसकी मौत होने के बाद वहां से गायब हो गए। मोबाइल पर संपर्क करने का प्रयास किया गया तो नंबर स्विच ऑफ मिला।

अंतिम संस्कार के लिए भी लंबी वेटिंग

लखनऊ में जैसे-जैसे मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है, वैसे-वैसे अंतिम संस्कार के लिए वेटिंग बढ़ती जा रही है। लखनऊ के बैकुंठ धाम (Baikunth Dham) में दर्जनों चिताएं एकसाथ जलाई जा रही हैं। बेबसी का आलम यह है कि इस महामारी में जान गंवाने वाले अपनों के लिए लोग पर्याप्त लकड़ियों तक की व्यवस्था नहीं कर पा रहे। हर तरफ बस आंसू और खौफ ही नजर आ रहा है।

लखनऊ में बनाए जाएंगे दो कोविड अस्पताल

इस बीच खबर आ रही है कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने लखनऊ में दो कोविड अस्पतालों का निर्माण करने के निर्देश दिए हैं। 500 से 600 की बेड क्षमता वाले दोनों अस्पताल डीआरडीओ की टीम तैयार करेगी। यह टीम आज ही लखनऊ पहुंच जाएगी।


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