यूपी: नसबंदी कराने आई महिला से एंबुलेंस चालक ने की ये डिमांड, प्रशासन में मचा हड़कंप

यूपी: नसबंदी कराने आई महिला से एंबुलेंस चालक ने की ये डिमांड, प्रशासन में मचा हड़कंप
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सोनभद्र में घोरावल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सितारा देवी नसबंदी कराने आई थी। नसबंदी के बाद उसे आईडी भी जारी की गई थी, लेकिन एंबुलेंस चालक ने उसे घर पहुंचाने के लिए 500 रुपये की डिमांड की। करीब दस घंटे से परेशानी झेल रही महिला को आखिरकार चांदी की चेन गिरवी रखकर रुपयों का इंतजाम करना पड़ा। स्वास्थ्य विभाग अब आरोपी चालक के खिलाफ जांच के बाद कार्रवाई की तैयारी में है।

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में नसबंदी कराने आई महिला को वापस घर छोड़ने के लिए एंबुलेंस चालक ने ऐसी डिमांड कर दी, जिससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। जी हां, इस एंबुलेंस चालक ने साफ कहा कि जब तक उसे 500 रुपये नहीं मिलेंगे, वह उसे घर नहीं पहुंचाएगा। ऐसे में महिला को अपनी चांदी की चेन गिरवी रखनी पड़ी। यह हालात तब हुए, जब महिला को घर पहुंचाने के लिए बाकायदा स्वास्थ्य विभाग की ओर से आईडी भी जारी की गई थी। मामला सामने आने के बाद अब सकते में आया स्वास्थ्य विभाग अब आरोपी एंबुलेंस चालक के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी में है।

सोनभद्र में घोरावल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कोलड़िहा निवासी लहरी अपनी बहू सितारा देवी की नसबंदी कराने आया था। उसने बताया कि नसबंदी के करीब एक घंटे बाद डॉक्टरों ने सितारा को डिस्चार्ज कर दिया। सितारा को अपने मायके कदरा जाना था। उसे एंबुलेंस से भेजने के लिए आईडी भी जारी कर दी गई। आरोप है कि जब वे एंबुलेंस चालक के पास पहुंचे तो उसने कदरा जाने के लिए 500 रुपये किराया मांगा। उनके पास इतने रूपये नहीं थे।

करीब 10 घंटे तक वे इंतजार करते रहे कि कहीं से रुपयों का इंतजाम हो जाए। जब कहीं से भी रुपये नहीं मिले तो परेशान सितारा ने उन्हें अपनी चांदी की चेन गिरवी रखकर रुपये का इंतजाम करने के लिए कहा। चेन गिरवी रखने पर 1500 रुपये मिले, तब कहीं जाकर घर जाने की व्यवस्था हो सकी। इस दौरान सितारा के साथ उसके बच्चों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। लहरी ने बताया कि उन्होंने एक पिकअप किराये पर ली, जिसके बाद बहु को उसके मायके भेज दिया।

शिकायत पर मचा हड़कंप

सितारा के परिजनों ने जब इस बारे में सीएचसी प्रबंधन को शिकायत दी तो हड़कंप मच गया। चूंकि महिला को घर पहुंचाने के लिए आईडी जारी की गई थी, लिहाजा प्रबंधन ने मामले को गंभीरता से लिया। सीएचसी अधीक्षक (घोरावल) डॉक्टर मुन्ना प्रसाद ने बताया कि काम की व्यवस्तता के कारण हमारे संज्ञान में यह मामला देरी से आया। नसबंदी कराने वाली महिला सितारा को आईडी जारी की गई थी। इसके बाद भी यह लापरवाही क्यों हुई, इसकी जांच कराकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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