UP MLC Election: ओपी राजभर और अखिलेश के बीच दूरियां खत्म, बोले- हमारे पास क्षमता नहीं

UP MLC Election: ओपी राजभर और अखिलेश के बीच दूरियां खत्म, बोले- हमारे पास क्षमता नहीं
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उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव का टिकट न मिलने पर सुभासपा और सपा के बीच दूरियां बढ़ने की खबर सामने आ रही थी। सुभासपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता का कहना था कि सपा ने टिकट न देकर हमारे कार्यकर्ताओं में निराशा पैदा कर दी है। अब सुभासपा प्रमुख ने पूरी स्थिति स्पष्ट कर दी है।

उत्तर परिषद विधान परिषद चुनाव (UP MLC Election 2022) के लिए टिकट न मिलने से नाराज सुहेलदेव भारतीय समाजवादी पार्टी (SBSP) की समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) से दूरियां बढ़ने की खबर सामने आ रही थी, लेकिन अब सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर (OP Rajbhar) ने स्थिति स्पष्ट कर दी है। राजभर का कहना है कि हम सपा के गठबंधन में ही रहेंगे। उन्होंने आने वाले लोकसभा उपचुनावों को लेकर भी बड़ा बयान दिया।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शुक्रवार को लखनऊ में आयोजित पत्रकारवार्ता में ओपी राजभर ने कहा कि हम अभी तक सपा के गठबंधन सहयोगी दल हैं। कुछ लोग अफवाह उड़ा रहे हैं कि सपा का गठबंधन टूट गया है, जो कि गलत है। उन्होंने कहा कि हम आने वाले उपचुनावों को लेकर गठबंधन प्रत्याशियों का चुनाव प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव सीट पर धर्मेंद्र यादव गठबंधन प्रत्याशी हैं और उन्हें भारी मतों से जीत मिलेगी।

टिकट न मिलने पर कही यह बात

ओपी राजभर से सवाल पूछा गया कि एमएलसी चुनाव के टिकट वितरण में उपेक्षा हुई तो कहा कि हमारे पास छह ही विधायक हैं। अगर हमारे पास 20-25 विधायक होते तो फिर हम जरूर मांग करते। उन्होंने कहा कि यह इज्जत बेइज्जती की बात नहीं है, यह क्षमता की बात है। अपनी क्षमता के हिसाब से ही किसी से बात करनी चाहिए। अभी एमएलसी और राज्यसभा की भूख हमें नहीं है और हमारे पास इतनी क्षमता भी नहीं है।

बता दें कि सपा ने यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य, मैनपुरी की करहल सीट अखिलेश यादव के लिए छोड़ने वाले सोबरन सिंह यादव के बेटे मुकुल यादव उर्फ अंशुल, सहारनपुर के रहने वाले शाहनवाज खान और सीतापुर के जासमीर अंसारी को विधान परिषद का टिकट दिया है। इससे नाराज होकर सपा के सहयोगी महान दल के प्रमुख केशव देव मौर्य ने गठबंधन तोड़ने का ऐलान कर दिया था। वहीं बताया जा रहा था कि सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर भी अखिलेश यादव से नाराज हैं। सुभासपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता पीयूष मिश्रा ने ट्वीट कर नाराजगी भी जताई थी। उन्‍होंने लिखा, 'समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का आज का फैसला निश्चित ही हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं को निराश करने वाला है। एक सहयोगी 38 सीट लड़कर 8 सीट जीतता है तो उन्हें राज्यसभा, लेकिन हमें वहां कोई ऐतराज नहीं, जब हम 16 सीट लड़कर 6 जीतते हैं तो हमारी उपेक्षा, ऐसा क्यों?'

बताया जा रहा है कि सपा और सुभासपा के बीच बढ़ती दूरियों के बीच सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के भतीजे और आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव के प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव की राजभर से मुलाकात हुई। इसके बाद ओपी राजभर ने भरोसा दिया कि उनकी सीट पर बंपर जीत होगी। साथ ही, उन्होंने यह भी कह दिया कि सुभासपा और सपा का गठबंधन लगातार चलता रहेगा।

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