UP Panchayat Election 2021 : वाराणसी में ग्राम प्रधान पद के प्रत्याशी को गोलियों से भूना, इलाके में तनाव

UP Panchayat Election 2021 : वाराणसी में ग्राम प्रधान पद के प्रत्याशी को गोलियों से भूना, इलाके में तनाव
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बड़ागांव थाना क्षेत्र के इंदरपुर गांव के 45 वर्षीय विजेंद्र यादव उर्फ पप्पू देर शाम बड़ागांव से बाइक पर अपने घर की ओर आ रहे थे कि इसी दौरान रास्ते में बदमाशों ने उन्हें घेरकर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। विजेंद्र ने ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ने के लिए नामांकन भरा था। ऐसे में पुुलिस वारदात को चुनावी रंजिश से जोड़कर देख रही है।

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में ग्राम प्रधान पद के प्रत्याशी की शनिवार रात को गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई। बाइक पर सवार होकर आए बदमाशों ने कई राउंड फायर किए, जिससे पूरे इलाका गोलियों की आवाज से गूंज उठा। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश हवा में हथियार लहराते हुए फरार हो गए। वारदात की सूचना मिलने के बाद पुलिस विभाग में भी हड़कंप मच गया। वारदात को लेकर मृतक के परिजनों से लेकर ग्रामीणों तक खासा आक्रोश है। गांव में तनाव की स्थिति के चलते पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस इस हत्याकांड को चुनावी रंजिश से जोड़कर देख रही है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बड़ागांव थाना क्षेत्र के इंदरपुर गांव के 45 वर्षीय विजेंद्र यादव उर्फ पप्पू देर शाम बड़ागांव से बाइक पर अपने घर की ओर आ रहे थे। इसी दौरान सैरा गांव में बाइक सवार बदमाशों ने उन्हें घेर लिया और ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगे। पप्पू का शरीर गोलियों से छलनी करने के बाद हमलावर वहां से फरार हो गए। गोलियों की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने खून से लथपथ विजेंद्र को बीएचयू ट्रॉमा सेंटर ले जाने पर चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

चुनावी रंजिश हो सकती है हत्या की वजह

इस हत्याकांड के पीछे चुनावी रंजिश वजह हो सकती है। विजेंद्र पूर्व ग्राम प्रधान रह चुके हैं। पिछले दस सालों से उनकी पत्नी ममता यादव ग्राम प्रधान थी, लेकिन इस बार विजेंद्र ने खुद चुनाव लड़ने का मन बनाया था। विजेंद्र ने नामांकन पत्र भी दाखिल कर दिया था। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो विजेंद्र बड़ागांव थाने का हिस्ट्रीशीटर भी था, लेकिन नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद हुई हत्या के कारण ही इसे चुनावी रंजिश में अंजाम दी गई वारदात माना जा रहा है। हालांकि पुलिस निजी दुश्मनी के एंगल से भी इनकार नहीं कर रही।

ग्रामीणों में रोष

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक विजेंद्र यादव समाजवादी पार्टी से जुड़े थे। गांव में विजेंद्र का खासा दबदबा था। 15 साल पहले जब ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ा था तो निर्विरोध चुने गए थे। विजेंद्र की साख का अंदाजा यहां से लगाया जा सकता है कि उनकी पत्नी भी पिछले दस साल से ग्राम प्रधान है। विजेंद्र की हत्या के बाद ग्रामीणों में खासा रोष है। गांव में तनाव की स्थिति बनी है, जिसके चलते पुलिस बल तैनात है।

ग्रामीणों का कहना है कि हमलावरों ने विजेंद्र को सात गोलियां मारी ताकि उनके बचने की कोई गुंजाइश ही नहीं रहे। एसपी ग्रामीण अमित वर्मा ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चल पाएगा कि कितनी गोलियां मारी गई हैं। बदमाशों को पकड़ने के तीन तीन टीमों का गठन किया गया है। जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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