नोएडा में बनेगा प्रदेश का पहला मेडिकल डिवाइस पार्क, विदेशी कंपनियों के निवेश के तहत सरकार ने दी मंजूरी

नोएडा में बनेगा प्रदेश का पहला मेडिकल डिवाइस पार्क, विदेशी कंपनियों के निवेश के तहत सरकार ने दी मंजूरी
X
केंद्र सरकार ने भारत में निवेश करने की इच्छुक विदेशी कंपनियों के तहत चिकित्सा क्षेत्रों को बढ़ावा दिया। इसी के चलते नोएडा में प्रदेश का पहला मेडिकल डिवाइस पार्क बनने जा रहा है।

केंद्र सरकार ने भारत में निवेश करने की इच्छुक विदेशी कंपनियों के सहयोग से चिकित्सा क्षेत्रों को बढ़ावा देने का फैसला किया है। जानकारी मिली है कि नोएडा में प्रदेश का पहला मेडिकल डिवाइस पार्क बनने जा रहा है। बता दें कि इसका निर्माण यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण करेगा।

इस मेडिकल डिवाइस पार्क का निर्माण नोएडा के यीडा सिटी में किया जाएगा। यमुना एक्सप्रेसवे पर सेक्टर-28 में करीब 250 एकड़ जमीन पर इस पार्क का निर्माण किया जाएगा। इसकी डीपीआर बनाने की जिम्मेदारी कलाम इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ टेक्नोलॉजी को दी गई है।

प्रदेश सरकार ने कलाम इंस्टीट्यूट को 5 दिसंबर तक डीपीआर जमा करने का आदेश दिए हैं। इस डीपीआर को सौंपने के बाद योगी सरकार इसकी रिपोर्ट केंद्र सरकार के पास भेजेगी। मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण को राज्य कार्यान्वयन एजेंसी नामित किया गया।

देश में सिर्फ 20 प्रतिशत दवाइयों का हो रहा उत्पादन

बताया जा रहा है कि कोरोना काल में केंद्र और प्रदेश सरकार का मुख्य उद्देश्य सुविधा के तौर पर लोगों को दवाइयां उपलब्ध करवाना। इसके लिए देशभर में दवाइयों और मेडिकल डिवाइस के उत्पादन पर जोर दिया जा रहा है। सरकार का कहना है कि चीन में दवाइयों के कारोबार की छवि काफी खराब हो चुकी है।

इस कारण कई विदेशी कंपनियां भारत में अपना निवेश करना चाहती है। इस निवेश को देखते हुए केंद्र सरकार ने चार राज्यों में ड्रग पार्क और मेडिकल डिवाइस पार्क बनाने का फैसला किया है। जिसमें उत्तर प्रदेश भी शामिल है। प्रदेश सरकार ने बल्क ड्रग पार्क और मेडिकल डिवाइस पार्क बनाने की अधिसूचना जारी कर दी है।

बता दें कि अब तक देश में कुल जरूरत का सिर्फ 20 प्रतिशत दवाइयों और चिकित्सा उपकरणों का उत्पादन हो रहा है।


Tags

Next Story