लखीमपुर खीरी में बैंक का लॉकर तोड़कर 32 लाख रुपये उड़ा ले गए चोर, फिर बचने के लिए करा ली प्लास्टिक सर्जरी

लखीमपुर खीरी में बैंक का लॉकर तोड़कर 32 लाख रुपये उड़ा ले गए चोर, फिर बचने के लिए करा ली प्लास्टिक सर्जरी
X
लखीमपुर खीरी के सदर कोतवाली इलाके में 16 जनवरी को जिला सहकारी बैंक का लॉकर काटकर 32 लाख रुपये चुराने के मामले में पुलिस ने केस की कड़ी जोड़कर मामले को सुलझा लिया है। जानिये कैसे पकड़े गए...

लखीमपुर खीरी के सदर कोतवाली इलाके में 16 जनवरी को जिला सहकारी बैंक का लॉकर काटकर 32 लाख रुपये चुराने के मामले में पुलिस ने केस की कड़ी जोड़कर मामले को सुलझा लिया है। पुलिस ने इस मामले में अंतरराज्यीय गिरोह के तीन सदस्यों को कड़ी मशक्कत के बाद धर दबोचा है। यह गैंग पिछले कई वर्षो से सक्रिय है। पुलिस के गहराई से पूछताछ करने के बाद आरोपियों ने बताया कि वे पहले बैंकों की रेकी करते थे। उसके बाद गैस कटर की मदद से लॉकर को काटने का कार्य किया जाता था, लेकिन इतना ही नहीं बैंक के लॉकर को काटने के दौरान जो नोट गैस कटर से जल जाया करते थे, उन्हें नष्ट कर दिया जाता था।

1991 से सक्रिय है गैंग

वारदात में शामिल गैंग का सरगना सुरेश देशमुख महाराष्ट्र के अमरावती का रहने वाला है। ये दूसरे राज्यों में अपना नाम बदलकर निवास करता था। यह गैंग तकरीबन 1991 से सक्रिय है। इस गैंग ने जब से विभिन्न चोरियों और डकैती के काम को अंजाम दिया है। सुरेश देशमुख ने अपनी पहचान छुपाने के लिए 2011 में प्लास्टिक सर्जरी तक करवा ली थी। इस गैंग के खिलाफ अलग-अलग राज्यों में तमाम मुकद्मे दर्ज हैं इन राज्यों में शामिल हैं उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ आदि। मामले मे पकड़े गए आरोपियों से 4 लाख 50 हजार रुपए नकद, एक गैस कटर, तमंचा, एक कार के साथ ही अन्य चोरी में शामिल सामान मिला है। घटना को सुलझाने पर बैंक मैनेजर ने पुलिस टीम को इनाम देने का वायदा किया है।

सहकारी बैंकों को रखते थे निशाने पर

पुलिस अधीक्षक गणेश साहा ने मामले की जानकारी देते हुए कहा कि गिरोह लगभग 40 साल से ऐसे बैंकों को निशाना बनाते थे, जहां सुरक्षा हल्की होती थी। इसलिए इन्होंने सबसे सहकारी बैंको को चुना। सुरेश देशमुख 40 साल से गैस कटर से लॉकर काटने में माहिर है।

Tags

Next Story