Vikas Dubey Encounter: विकास दुबे को मारने का पहले से था प्लान, ऐसे रचा गया था पूरा खेल

Vikas Dubey Encounter: कानपूर में विकास दुबे ने आठ पुलिसवालों की जान ली थी। इसके बाद से ही ये कयास लगाए जा रहे थे कि विकास दुबे का एनकाउंटर कर दिया जाएगा। इसी बीच आज शुक्रवार की सुबह विकास दुबे के पांच साथियों की तरह उसका भी एनकाउंटर कर दिया गया।
बता दें कि आठ पुलिसवालों की मौत के बाद से ही पूरे पुलिस फोर्स में विकास दुबे के लिए रोष था। इतना ही नहीं, उसने अपने बयान में ये भी कहा था कि वो शहीद पुलिसवालों के शव जलाने वाला था। इसने पुलिस प्रशासन को और ज्यादा उग्र कर दिया।
इसी बीच पुलिस उसके सभी साथियों को चुन-चुनकर मारने लगी। इससे ये बात तो साफ थी कि विकास दुबे भी बचने वाला नहीं था। जानकारी के अऩुसार, मुख्यमंत्री ने भी पुलिस प्रशासन को छूट दे ऱखी थी कि वो इस केस को अपने तरीके से हैंडल कर सकते हैं।
इस पूरे अभियान को आईजी और एडीजी कर रहे थे लीड
जानकारी के मुताबिक इस ऑपरेशन की जिम्मेदारी एसटीएफ के आईजी अमिताभ यश को दी गई थी। इसके अलावा एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार के निर्देशों पर ऑपरेशन की पूरी प्रक्रिया चल रही थी। खबर ये भी आ रही है कि इस ऑपरेशन के अंतर्गत सभी एनकाउंटर को अलग दिखाने का पूरा प्रयास किया गया था।
अमिताभ के पहुंचने के बाद हुआ एनकाउंटर
अमिताभ यश शुक्रवार सुबह घटनास्थल पर पहुंचे थे। जानकारी के मुताबिक इसके थोड़ी देर बाद ही खबर आई थी कि विकास के दो साथियों का एनकाउंटर कर दिया गया है। इसके दो दिन पहले विकास के दो और साथी प्रभात मिश्रा और बऊआ दुबे का भी इटावा और कानपुर में एनकाउंटर कर दिया गया था।
एनकाउंटर के लिए लाया गया सड़क के रास्ते
जानकारी के मुताबिक, विकास दुबे को चार्टर्ड प्लेन से लाने के लिए सरकार ने अपनी मंजूरी दे दी थी। लेकिन फिर भी उसे सड़क के रास्ते लाया गया था। इससे भी ये साफ पता लगता है कि एसटीएफ ने विकास दुबे के एनकाउंटर का प्लान पहले से ही तैयार कर लिया था।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS