Viral: बच्चों का भविष्य उज्जवल बनाने की राह पर ये पुलिस कांस्टेबल, मुफ्त में देता है शिक्षा

Viral: बच्चों का भविष्य उज्जवल बनाने की राह पर ये पुलिस कांस्टेबल, मुफ्त में देता है शिक्षा
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सोशल मीडिया पर एक पुलिस कांस्टेबल की कुछ फोटो वायरल हो रही हैं। जिसमें वो बच्चों को पढ़ाता हुआ नजर आ रहा है।

ऐसे बहुत ही कम लोग देखने को मिलते हैं जो खुद सफलता हासिल करने के बाद फिर किसी और के बारे में सोचते भी होंगे। हालांकि समाज में आज भी ऐसे बहुत से लोग मौजूद हैं। जो खुद सफलता हासिल करने के बाद अपने समाज को बेहतर करने के लिए काम करते हैं और हमेशा अपने आस-पास के लोगों की मदद करते हैं ताकि उनका भविष्य भी अच्छा हो सके। अब उत्तर प्रदेश के बिजनौर (Bijnor) जिले का एक पुलिसकर्मी लोगों के लिए मिसाल बन रहा है। वो इन दिनों सोशल मीडिया (Social Media) पर भी काफी चर्चा में बना हुआ है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस पुलिस कांस्टेबल (Police Constable) का नाम विकास कुमार है। जिसने पुलिस में ज्वाइनिंग होने के बाद ही बच्चों को मुफ्त में पढ़ाने का फैसला किया।

कांस्टेबल के इस फैसले के बाद ऐसे बहुत से बच्चे हैं जो उनके पास पढ़ने के लिए आते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, बिजनौर में ही उनके पास लगभग 150 बच्चे पढ़ने के लिए आते हैं। पुलिस कांस्टेबल के इस फैसले से खुश और इंस्पायर होकर अन्य लोग जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं वो लोग भी यहां पर विकास की मदद के लिए आते हैं। कांस्टेबल विकास का यही फैसला समाज में अब वाहवाही का पात्र बना हुआ है। बिजनौर के लोग पुलिसकर्मी की तारीफ करते हुए नहीं थक रहे हैं। कुछ समय पहले ही विकास बच्चों को ब्लैकबोर्ड पर पढ़ाते हुए नजर आए। जिसकी कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर जमकर वायरल (Viral) हुई।

ऐसा बताया जा रहा है कि कांस्टेबल विकास की इस पाठशाला में कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनके पास पैसों का अभाव है, लेकिन उनका सपना है कि वो पढ़-लिखकर कुछ अच्छा काम करें। जब इस बारे में विकास से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि उन्होंने किस तरह से इस स्कूल को शुरू किया। विकास ने कहा कि मैंने यूपी पुलिस में शामिल होने के तुरंत बाद छात्रों को मुफ्त में पढ़ाने का फैसला किया था। यहां लगभग 150 छात्र पढ़ते हैं जबकि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले लोग उन्हें पढ़ाने में मेरी मदद करते हैं। पुलिस कांस्टेबल विकास कुमार का कहना है कि इस क्षेत्र में हमारे पास ऐसे 35 से ज्यादा स्कूल हैं।

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