योगी कैबिनेट में इन 5 महिलाओं को दी गई जगह, एजुकेशन से लेकर मंत्री तक ऐसा रहा राजनीतिक सफर

योगी कैबिनेट में इन 5 महिलाओं को दी गई जगह, एजुकेशन से लेकर मंत्री तक ऐसा रहा राजनीतिक सफर
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योगी आदित्यनाथ के कैबिनेट में जगह पाने वाली पांचों महिला शिक्षित होने के साथ ही राजनीति में दशकों से हैं सक्रिय। जानें उनका पूरा करियर।

योगी आदित्यनाथ ने आज उत्तर प्रदेश में दूसरी बार मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण (UP CM Oath) की है। उनके बाद कैबिनेट में शामिल 52 मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी। 2022 के विधानसभा चुनावों में भाजपा की 41 महिला प्रत्याशियों ने जीत हासिल की है। जिनमें से 5 महिलाओं (5 Women Cabinet Minister) को सीएम योगी ने अपने कैबिनेट में शामिल किया है। इन पांचों महिलाओं में बेबी रानी मौर्य, गुलाब देवी, प्रतिभा शुक्ला, विजय लक्ष्मी गौतम और रजनी तिवारी हैं। विधायक से मंत्री बनी इन पांचों महिला मंत्रियों की बात करें तो इनकी शिक्षा से लेकर राजनीतिक सफर भी काफी उच्च स्तरी का है।

बेबी रानी मौर्य

बेबी रानी मौर्य (Baby Rani Maurya) उत्तर प्रदेश के आगरा जिले की हैं। उन्होंने आगरा ग्रामीण विधानसभा से जीत दर्ज की है। एजुकेशन की बात करें तो बेबी मौर्य शिक्षित परिवार से हैं। उन्होंने बीएड करने के बाद एमए की डिग्री प्राप्त की है। उनके पति पंजाब नेशनल बैंक में वरिष्ठ प्रबंधक के पद से रिटायर्ड हैं। जबकि ससुर पूर्व आईपीएस अधिकारी रहे चुके हैं। बेबी रानी मौर्य तीन दशक से राजनीति में हैं। उन्होंने 1990 में भाजपा कार्यकर्ता के रूप में अपना सफर शुरू किया था। इसके बाद वह सन 2000 में आगरा से पहली महिला मेयर बनी। इसके बाद 2007 में एत्मादपुर विधानसभा से चुनाव लड़ा, लेकिन यहां से उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। इसी के बाद बेबी मौर्य को उत्तराखंड का राज्यपाल बनाया गया। राज्यपाल के पद से इस्तीफा देकर 2022 में उन्होंने फिर से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज कर योगी के कैबिनेट में जगह प्राप्त कर मंत्री बनी हैं।

गुलाब देवी

उत्तर प्रदेश के चंदौसी से सपा उम्मीदवार को हराकर विधायक बनी गुलाब देवी (Gulab Devi) को दूसरी बार योगी कैबिनेट में जगह मिली है। वह 2017 में भी योगी कैबिनेट में राज्यमंत्री बनाया गया था। गुलाब देवी के तीन बेटियां है। गुलाब देवी पोस्ट ग्रेजुएट हैं। 66 वर्षीय गुलाब देवी तीन दशक से राजनीति में सक्रिय हैं।

प्रतिभा शुक्ला

भाजपा से दूसरी बार विधायक बन राज्यमंत्री की शपथ लेने वाली प्रतिभा शुक्ला (Pratibha Shukla) का राजनीति करियर भी काफी पुराना है। वह भाजपा से पहले बसपा में थी। 2007 में प्रतिभा शुक्ला बसपा के टिकट पर पहली बार विधायक बनी थी। इसके कुछ समय बाद उन्होंने भाजपा में एंट्री की। 2017 में भाजपा ने प्रतिभा को कानपुर क्षेत्र की अकबरपुर रानिया विधानसभा से उम्मीदवार बनाया था। इस बार भी उन्होंने योगी के नेतृत्व में जीत दर्ज की। इसी सीट से दोबारा जीत दर्ज कर प्रतिभा शुक्ला विधानसभा पहुंचने के साथ ही पहली बार योगी कैबिनेट (Yogi Cabinet Minister) में मंत्री बनी है। उनकी शिक्षा की बात करें तो प्रतिभा पोस्ट ग्रेजुएट हैं। वहीं उनके पास करीब 4.6 करोड़ रुपये की संपत्ति है।

विजय लक्ष्मी गौतम

विजय लक्ष्मी गौतम (Vijay Lakshmi Gautam) के राजनीतिक करियर की बात करें तो वह 1992 से इस क्षेत्र में सक्रिय रही हैं। भाजपा से ही अपना राजनीति करियर शुरू करने वाली 59 वर्षीय विजय लक्ष्मी गौतम पोस्ट ग्रेजुएट हैं। वह भाजपा में महिला मोर्चा की नगर अध्यक्ष से लेकर 2012 में विधानसभा प्रत्याशी भी रह चुकी हैं, लेकिन वह हार गई। इस पर 2017 में भाजपा ने उनका टिकट काट दिया। इससे नाराज होकर विजय लक्ष्मी गौतम सपा में शामिल हो गई। सपा से उन्होंने विधानसभा चुनाव (Assembly Election) लड़ा, लेकिन यहां भी उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। 2022 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले विजय लक्ष्मी गौतम ने फिर से भाजपा में वापसी की। भाजपा ने उन्हें सलेमपुर विधानसभा से उम्मीदवार बनाया। पहली बार विधायक बनते ही वह योगी कैबिनेट में शामिल होकर राज्यमंत्री बन गई है।

रजनी तिवारी

शाहाबाद विधानसभा सीट से चौथी बार जीत दर्ज करने वाली रजनी तिवारी (Rajni Tiwari) को योगी सरकार ने राज्यमंत्री बनाकर उन्हें तोहफा दिया है। 48 वर्षीय रजनी तिवारी ग्रेजुएट हैं। उन्होंने अपने पति उपेंद्र तिवारी की राजनीतिक विरासत संभाली थी।

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