योगी सरकार ने सभी पुलिस थानों में महिला हेल्प डेस्क का किया उद्घाटन, अब तक हुई कारवाई का जारी किया डिटेल

योगी सरकार ने सभी पुलिस थानों में महिला हेल्प डेस्क का किया उद्घाटन, अब तक हुई कारवाई का जारी किया डिटेल
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उत्तर प्रदेश के सभी 1535 पुलिस थानों में महिला हेल्प डेस्क का आज शुभारंभ किया गया। इस दौरान योगी सरकार ने कहा कि यह योजना कागजों पर ही सिमट कर न रह जाए, इसके लिए सभी संगठन को मिलकर काम करना होगा।

उत्तर प्रदेश में महिला अपराधों के खिलाफ कार्रवाई और महिला सुरक्षा को लेकर योगी सरकार ने मिशन शक्ति अभियान की शुरुआत की। इस योजना के तहत योगी सरकार ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश के सभी 1535 पुलिस थानों में महिला हेल्प डेस्क का आज शुभारंभ किया।

इस बैठक में डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी, एसएसपी, तमाम जिला अधिकारी ने हिस्सा लिया। वहीं, योगी ने सभी जिलों के कमिश्नर, एसपी, डीएम, तमाम विधायक समेत महिला संगठन से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की।

महिला अपराध को लेकर हुई बातचीत

इस दौरान डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने मिशन शक्ति के तहत महिला अपराध के खिलाफ अब तक हुई कार्रवाई का पूरा विवरण पेश किया। इसके अलावा योगी ने कई जिलों के एसएसपी से महिला अपराध को लेकर हेल्प डेस्क स्थापित और इससे जुड़े कार्यों के लिए बातचीत की।

इस दौरान योगी सरकार ने कहा कि यह योजना कागजों पर ही सिमट कर न रह जाए, इसके लिए सभी जिला अधिकारी, महिला संगठन, तमाम एनजीओ को मिलकर काम करना होगा।

पिछले 6 दिन में 4,679 महिलाओं ने पुलिस को की कॉल

एसएसपी बनारस अमित पाठक ने सीएम योगी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बताया कि उन्होंने शहर के सभी थाना क्षेत्रों में महिला हेल्प डेस्क की स्थापित कर दी है। इस योजना को चलाने के लिए थाने में लोगों को खास जानकारी दी।

वहीं, महिला शिकायत और महिलाओं की समस्याओं के संबंधित जागरूकता के लिए अन्य सामाजिक संगठनों का भी सहयोग लेकर जागरूक किया जा रहा है। मिशन शक्ति के तहत पिछले 6 दिनों में 4,679 महिलाओं ने 112 को कॉल कर पुलिस की मदद ली है।

हर थाने में 15 केस की समीक्षा कर हो रही कार्रवाई

उधर, लखनऊ के पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने बताया कि यहां के सभी थाना क्षेत्रों में हेल्प डेस्क स्थापित कर दी है। इसे चलाने के लिए हर जगह दो-दो महिला पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। ताकि महिला से जुड़े अपराधों का जल्द निस्तारण हो सकें।

इसके अलावा हर थाने में 15 केस की समीक्षा कर कार्रवाई की जा रही है। वहीं, महिला में जागरूकता लाने के लिए एनजीओ और अन्य संगठनों के द्वारा भी किया जा रहा है।

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