बाराबंकी में पड़ोसन से कथित प्रेम संबंध के चलते युवक की हत्या, केस दर्ज कराने वाले परिजनों पर भी चौंकाने वाला आरोप

बाराबंकी में पड़ोसन से कथित प्रेम संबंध के चलते युवक की हत्या, केस दर्ज कराने वाले परिजनों पर भी चौंकाने वाला आरोप
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बाराबंकी के ओहरामऊ निवासी हरभजन यादव के 30 वर्षीय पुत्र दीपक यादव को बुधवार देर रात फोन आया था। इसके बाद सुबह वो गंभीर रूप से घायल हालत में मिला। आगे पढ़ें...

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी (Barabanki) में बुधवार की रात से लापता युवक घायल हालत में आज सुबह मिला। परिजन उसे अस्पताल ले जाने की बजाय अपने घर ले गए, जहां कुछ समय बाद उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि युवक की हत्या प्रेम प्रसंग (Murder In Love Affair) में की गई है। पुलिस ने शव (Dead Body) को पोस्टमार्टम (Post Mortem) के लिए भेजकर तीन आरोपियों (Three Accused) को हिरासत (Police Custody) में लिया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ओहरामऊ निवासी हरभजन यादव के 30 वर्षीय पुत्र दीपक यादव को बुधवार देर रात फोन आया था। इसके बाद बिना बताए दीपक घर से निकल गया। परिजनों ने मोबाइल पर संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन कॉल नहीं लगी। सुबह परिजन उसकी तलाश में निकले तो गांव के बाहर बाग में दीपक खून से लथपथ हालत में मिला। उसके सिर पर चोट लगी।

आरोप है कि परिजन दीपक को अस्पताल ले जाने की बजाय घर ले गए। यहां कुछ समय बाद दीपक की मौत हो गई। इसके बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो परिजनों ने आरोप लगाया कि दीपक की हत्या लाठियों से पीट-पीटकर की गई है। उन्होंने बताया कि गांव के ही किशन, चंदन, सुरेश यादव आदि ने हत्या की है।

परिजनों का कहना है कि दीपक इंदौर में नौकरी करता था। वहीं पर गांव का किशन कुमार भी परिवार के साथ रहता था। कोरोना फैला तो गांव आ गए थे और तब से यहीं रह रहे थे। बताया जा रहा है कि किशन को शक था कि उसकी पत्नी रीता का दीपक से प्रेम प्रसंग चल रहा है। इसी शक में उन्होंने दीपक की हत्या की है। उन्होंने बताया कि दीपक भी शादीशुदा है, लेकिन अभी तक उसकी कोई संतान नहीं है। उसके पास दो मोबाइल थे। इनमें से एक मोबाइल तो घटनास्थल से बरामद हुआ है और दूसरा गायब है।

इस संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिण मनोज पांडेय ने बताया कि मृतक दीपक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। परिजन अगर उसे अस्पताल ले जाते तो उसकी जान बचाई जा सकती थी, लेकिन न तो वे खुद उसे लेकर अस्पताल गए और न ही उन्होंने पुलिस को सूचना दी थी। सुबह करीब छह बजे सूचना मिली तो पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल की जांच करने के बाद तीन आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। जल्द इस पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा।

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