JNU के पूर्व अध्यक्ष बालाजी का MP में विवादास्पद बयान – 'भारत देश अमित शाह के बाप का नहीं…'

JNU के पूर्व अध्यक्ष बालाजी का MP में विवादास्पद बयान – भारत देश अमित शाह के बाप का नहीं…
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उन्होंने ये बात मानस भवन में सी.ए.ए., एन.आर.सी. और एन.पी.आर. उपयोगिता एवं समाधान विषय पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कही। शुक्रवार को आयोजित इस संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के तौर पर पूर्व आईएएस कन्नन गोपीनाथ मंचासीन थे।

ग्वालियर। जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष साईं बालाजी ने एक संगोष्ठी में विवादास्पद बयान दिया है। उनका कहना है भारत देश सब का है। किसी के बाप का नहीं, ना ही अमित शाह के बाप का।

उन्होंने ये बात मानस भवन में सी.ए.ए., एन.आर.सी. और एन.पी.आर. उपयोगिता एवं समाधान विषय पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कही। शुक्रवार को आयोजित इस संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के तौर पर पूर्व आईएएस कन्नन गोपीनाथ मंचासीन थे।

अध्यक्षता ए.आई.पी.एफ. के राष्ट्रीय संयोजक गिरजा पाठक ने की। जबकि विशेष अतिथि के रूप में पूर्व विधायक डॉ. सुनीलम और जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष साईं बालाजी उपस्थित रहे।

अपने उद्बोधन में साईं बालाजी ने कहा कि सरकार द्वारा नागरिकता के प्रमाण मांगना अनुचित है। उन्होंने कहा कि वोट जनता से वोटर कार्ड देखकर लिया है और सरकार बनने के बाद नागरिकता का प्रमाण मांग रहे हो, ये गलत है। आगे उन्होंने तीखे शब्दों में कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि भारत देश सब का है, किसी के बाप का नहीं, ना ही अमित शाह के बाप का।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि की आसंदी से पूर्व आईएएस कन्नन गोपीनाथ ने केंद्र सरकार की नीतियों को हिन्दू विरोधी बताते हुए कहा कि बिल में जिन तीन देशों के अल्पसंख्यक लोगों को नागरिकता देने की बात कही गई है, वे मुस्लिम बाहुल्य हैं। जबकि श्रीलंका में सबसे ज्यादा हिन्दू है और प्रताड़ना झेल रहा है। बाबजूद इसके श्रीलंका के अल्पसंख्यक हिंदुओ का जिक्र तक नहीं किया गया है।

इस मौके पर उपस्थित अतिथियों ने एक सुर में केंद्र सरकार के हाल में लागू बिल की निंदा की और आगामी 20 जनवरी को इसके विरोध में एकजुट होकर प्रदर्शन में हिस्सा लेने की अपील की।

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