दिग्विजय PM Modi से रोज पूछेंगे 10 सवाल, जानें आज का दूसरा सवाल...

भोपाल। कांग्रेस नेता और भोपाल सीट से पार्टी प्रत्याशी दिग्विजय सिंह ने बुधवार मजदूर दिवस पर भाजपा से सवालों का सिलसिला शुरू किया है। वो 10 दिन तक 10 सवाल पूछेंगे। भोपाल में मतदान यानि 12 मई के लिए 10 मई की शाम को चुनाव प्रचार थमने से पहले तक दिग्विजय सिं हर दिन 10 सवाल पूछेंगे। भाजपा और पीएम नरेन्द्र मोदी से दिग्विजय सिंह ने सवाल पूछने की शुरूआत की है आज के दूसरे सवाल।
प्रश्न 1- CSDS की रिपोर्ट 'भारतीय किसानों की स्थिति - मार्च 2018' कहती है कि सरकारी योजनाओं और नीतियों का लाभ उन बड़े किसानों को मिला जिनके पास 10 एकड़ से ज्यादा जमीन है। छोटे किसानों को मात्र 10% योजना और सब्सिडी का लाभ मिला। ऐसा क्यों ?
/कृषि/
— digvijaya singh (@digvijaya_28) May 2, 2019
नमस्कार
प्रश्न 1- CSDS की रिपोर्ट 'भारतीय किसानों की स्थिति –मार्च2018' कहती है कि सरकारी योजनाओं और नीतियों का लाभ उन बड़े किसानों को मिला जिनके पास 10 एकड़ से ज्यादा जमीन है। छोटे किसानों को मात्र 10 प्रतिशत योजना और सब्सिडी का लाभ मिला। ऐसा क्यों ? #दस_दिन_दस_सवाल_रोज़
प्रश्न 2- भाजपा ने 2014 के घोषणा पत्र में वादा किया था कि किसानों को फसल लागत का 50% अधिक समर्थन मूल्य देंगे। शपथ पत्र देकर न्यायालय में इसे वादे से मुकर क्यों गए? ए. स्वामीनाथन की सिफारिशें लागू करने से पीछे क्यों हटी सरकार?
प्रश्न 2- भाजपा ने 2014 के घोषणा पत्र में वादा किया था कि किसानों को फसल लागत का 50% अधिक समर्थन मूल्य देंगे। शपथ पत्र देकर न्यायालय में इसे वादे से मुकर क्यों गए? ए. स्वामीनाथन की सिफारिशें लागू करने से पीछे क्यों हटी सरकार?
— digvijaya singh (@digvijaya_28) May 2, 2019
प्रश्न 3- बीते सात सालों में ग्रामीण मजदूरों की संख्या 10.9 करोड़ से घटकर 7.7 करोड़ रह गई। मोदी सरकार ने काम न पाने वाले 3.2 करोड़ कृषि मजदूरों के लिए कोई योजना क्यों नहीं बनाई?
प्रश्न 3- बीते सात सालों में ग्रामीण मजदूरों की संख्या 10.9 करोड़ से घट कर 7.7 करोड़ रह गई। मोदी सरकार ने काम न पाने वाले 3.2 करोड़ कृषि मजदूरों के लिए कोई योजना क्यों नहीं बनाई?
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प्रश्न 4- कृषक उत्पादक संगठनों और सहकारी समितियों के माध्यम से फसलों की खरीद, प्रसंस्करण और विपणन को बढ़ावा न दे कर बहुराष्ट्रीय कंपनियों को कृषि पर कब्जे करने के अवसर दिए गए। क्यों?
प्रश्न 4- कृषक उत्पादक संगठनों और सहकारी समितियों के माध्यम से फसलों की खरीद, प्रसंस्करण और विपणन को बढ़ावा न दे कर बहुराष्ट्रीय कंपनियों को कृषि पर कब्जे करने के अवसर दिए गए। क्यों?
— digvijaya singh (@digvijaya_28) May 2, 2019
प्रश्न 5- 2018 में नाबार्ड की रिपोर्ट बताती है कि देश के 52% से ज्यादा किसान कर्ज में डूबे हुए थे। हर किसान पर एक लाख रुपए से ज्यादा का कर्ज है। एनएसएसओ का कहना है कि किसानों पर 58.4% संस्थागत कर्ज है, वहीं 41.6% गैर संस्थागत कर्ज है। इन किसानों के लिए क्या किया गया?
प्रश्न 5- 2018 में नाबार्ड की रिपोर्ट बताती है कि देश के 52 % से ज्यादा किसान कर्ज में डूबे हुए थे। हर किसान पर एक लाख रुपए से ज्यादा का कर्ज है। एनएसएसओ का कहना है कि किसानों पर 58.4 % संस्थागत कर्ज है, वहीं 41.6 % गैर संस्थागत कर्ज है। इन किसानों के लिए क्या किया गया?
— digvijaya singh (@digvijaya_28) May 2, 2019
प्रश्न 6-BJP ने 2014 में संपूर्ण बीमा योजना का वादा किया था, पर बनाई प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना। इसका लाभ किसानों के बजाय निजी कंपनियों को मिला। 2018 में RTI से पता चला कि फसल बीमा कंपनियों का मुनाफा 350% तक बढ़ा और बीमा कवर पाने वाले किसानों की संख्या मात्र 0.42% बढ़ी। क्यों?
प्रश्न 6-BJP ने 2014 में संपूर्ण बीमा योजना का वादा किया था, पर बनाई प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना। इसका लाभ किसानों के बजाय निजी कंपनियों को मिला। 2018 में RTI से पता चला कि फसल बीमा कंपनियों का मुनाफा 350% तक बढ़ा और बीमा कवर पाने वाले किसानों की संख्या मात्र 0.42% बढ़ी।क्यों?
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प्रश्न 7- मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण 2014 का कृषि उपज निर्यात 4300 करोड़ डॉलर से घटकर 2017 में 3300 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया। अरहर, चना, गेहूं, चीनी, दूध पाउडर जैसी वस्तुओं के आयात से किसानों की फसलों के दाम गिर गए। ऐसी गलत नीतियां क्यों बनाई गईं?
प्रश्न 7- मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण 2014 का कृषि उपज निर्यात 4300 करोड़ डॉलर से घटकर 2017 में 3300 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया। अरहर, चना, गेहूं, चीनी, दूध पाउडर जैसी वस्तुओं के आयात से किसानों की फसलों के दाम गिर गए। ऐसी गलत नीतियां क्यों बनाई गईं?
— digvijaya singh (@digvijaya_28) May 2, 2019
प्रश्न 8- राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण बताता है कि देश के 40 फीसदी किसान खेती छोड़ना चाहते हैं। हमारे कृषि प्रधान देश में खेती को इतना कठिन क्यों बनाया मोदी जी?
प्रश्न 8- राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण बताता है कि देश के 40 फीसदी किसान खेती छोड़ना चाहते हैं। हमारे कृषि प्रधान देश में खेती को इतना कठिन क्यों बनाया मोदी जी?
— digvijaya singh (@digvijaya_28) May 2, 2019
प्रश्न 9- मप्र 'कृषि कर्मठ'अवार्ड पाता रहा मगर यहां 1 हेक्टेयर से कम खेती करने वाले छोटे किसानों की संख्या 24.25% बढ़ गयी। छोटी खेती अर्थात 1 हेक्टेयर से छोटे खेत 23.85% बढ़ गए। भाजपा सरकार बड़े किसानों का हित साधती रही, किसानों की जोत घटती गई। क्यों ?
प्रश्न 9- मप्र 'कृषि कर्मठ'अवार्ड पाता रहा मगर यहां 1 हेक्टेयर से कम खेती करने वाले छोटे किसानों की संख्या 24.25 % बढ़ गयी।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) May 2, 2019
छोटी खेती अर्थात 1 हेक्टेयर से छोटे खेत 23.85% बढ़ गए। भाजपा सरकार बड़े किसानों का हित साधती रही, किसानों की जोत घटती गई।क्यों ?
प्रश्न 10- NCRB के अनुसार 2004 से 2016 में मध्य प्रदेश में 15 हजार से अधिक किसानों और खेतिहर मज़दूरों ने आत्महत्या की है। किसान कर्जमाफी और न्यूनतम समर्थन मूल्य जैसे तमाम मुद्दों को लेकर आंदोलन करते रहे और सरकार से उन्हें गोलियां मिलीं। मंदसौर जैसा शर्मनाक किसान गोलीकांड क्यों हुआ?
प्रश्न 10-NCRB के अनुसार 2004 से 2016 में मध्य प्रदेश में 15 हजार से अधिक किसानों और खेतिहर मज़दूरों ने आत्महत्या की है। किसान कर्जमाफी और न्यूनतम समर्थन मूल्य जैसे तमाम मुद्दों को लेकर आंदोलन करते रहे और सरकार से उन्हें गोलियाँ मिलीं।मंदसौर जैसा शर्मनाक किसान गोलीकांड क्यों हुआ?
— digvijaya singh (@digvijaya_28) May 2, 2019
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